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चित्तौड़गढ़: हॉस्पिटल के पालना गृह में गूंजी बच्चे की किलकारी, प्रीमेच्योर बच्चे को छोड़ गए माता-पिता

चित्तौड़गढ़ में अज्ञात लोग महिला एवं बाल चिकित्सालय के पालना गृह में एक नवजात को ठिठुरता हुआ छोड़ गए. इसके बाद एसएनसीयू प्रभारी डॉक्टर जय सिंह मीणा स्टाफ के साथ बच्चे का उपचार किया.

Parents abandoned premature child, प्रीमेच्योर बच्चा
हॉस्पिटल के पालना गृह में गूंजी बच्चे की किलकारी

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Published : Jan 13, 2021, 3:36 PM IST

चित्तौड़गढ़. भयंकर सर्दी मैं बच्चे तो क्या जवान भी कांप रहे हैं. लेकिन, अज्ञात लोग महिला एवं बाल चिकित्सालय के पालना गृह में एक नवजात को ठिठुरता हुआ छोड़ गए. उसे स्पेशल बेबी बोर्न यूनिट में लाया गया. प्रीमेच्योर होने के साथ ही भयंकर सर्दी की चपेट में आने से उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. फिलहाल चिकित्सकों की देखरेख में उसका उपचार चल रहा है.

हॉस्पिटल के पालना गृह में गूंजी बच्चे की किलकारी

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बताया जा रहा है कि मंगलवार रात चिकित्सालय के बाहर पालना गृह किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनकर लोगों ने हॉस्पिटल प्रशासन को सूचना दी. नवजात को तत्काल एसएनसीयू लाया गया. उस समय तक उसकी हालत बहुत नाजुक थी, क्योंकि एक तो नवजात प्रीमेच्योर था वहीं दूसरी ओर इस हाड़ कंपाती सर्दी में कोई अज्ञात व्यक्ति खुले में छोड़ गया, इसके चलते उसके शरीर का तापमान भी बहुत कम हो गयाl. एसएनसीयू प्रभारी डॉक्टर जय सिंह मीणा स्टाफ के साथ उसके उपचार में जुट गए.

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डॉक्टर मीणा ने बताया कि सर्दी की चपेट में आने के कारण उसका तापमान बहुत कम था. वहीं, फेफड़े भी कमजोर थे, जबकि पहले से ही उसका जन्म समय से पहले हुआ था, इस कारण उसे सांस लेने में तकलीफ आ रही थी. उसे गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है. इसका जन्म दो से ढाई महीने पहले होने के साथ वजन 1 किलो 500 ग्राम पाया गया, जो कि एक स्वस्थ बच्चे के मुकाबले बहुत कम है. उसका उपचार चल रहा है और वर्तमान स्थिति को देखते हुए उसके लिए अगले 2 से 3 दिन टिपिकल माने जा सकते हैं.

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