धौलपुर. जिले के बसेडी कस्बा के अस्पताल में शादियों का असर दिख रहा है. उल्टी-दस्त, पेट दर्द, बुखार के मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है. आलम यह है कि वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के लिए पलंग भी कम पड़ गए है. मरीज गैलरी में पडी बैंच पर बैठकर और लेटकर उपचार कराने के लिए मजबूर हैं. ऐसा ही नजारा शुक्रवार सुबह भी अस्पताल में देखने को मिला.
अस्पताल में शादियों के कारण मरीजों की संख्या बड़ी बता दें कि जनरल वार्ड का नजारा देखने लायक था. जब मरीजों की संख्या में इजाफा होने से वार्ड में पलंगों पर लेटने के लिए मरीजों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था. एक-एक पलंग पर दो-दो मरीज होने पर भी मरीज पलंग खाली होने का इंतजार करते दिखाई दिए. जिसके कारण नर्सिग स्टाफ भी परेशान रहा.
अस्पताल प्रभारी डॉ. जीएल मीणा ने बताया कि उपखंड में शादियों का असर अस्पताल में दिखाई देने लगा है. अस्पताल में आउटडोर में मरीजों की संख्या में 200 से 300 तक का इजाफा हो गया है. उन्होने बताया कि 15 दिन पहले अस्पताल में 250 से 300 मरीज उपचार कराने अस्पताल पहुंच रहे थे लेकिन फिलहाल 500 से 600 मरीज उपचार कराने आ रहे हैं. अधिकांश मरीज उल्टी-दस्त, पेट दर्द, बुखार के ग्रसित होने के अत्यधिक कारण इंडोर की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं.
30 बेड का अस्पताल है सरमथुरा
सरकार की ओर से सरमथुरा अस्पताल को 30 बेड का दर्जा दिया हुआ है. जिसमें मेटरनिटी और जनरल दोनों वार्ड संचालित हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से मेटरनिटी वार्ड में 12 और जनरल वार्ड में 18 बेड लगाए हुए हैं जबकि इन्डोर में प्रतिदिन 70 से 80 मरीज भर्ती किए जा रहे है. मरीजों को अस्पताल में जहां जगह मिलती है ड्रिप लगाने के लिए वहीं लेट जाते है.