जयपुर. देश में जहां नदियों का संकट गहरा रहा है, वहीं राजधानी जयपुर के रहने वाले निधेश पारीक ने एक अनूठी पहल करते हुए बाइक से देश के चारों कोनों में जाकर लोगों को पानी और नदियां बचाने का संदेश दिया. निधेश पारीक ने 19 मई से 22 जून तक बाइक से 15 हजार किलोमीटर का रास्ता तय करते हुए वेस्ट कार्नर 'कोटेश्वर', साउथ कार्नर 'कन्या कुमारी', ईस्ट कार्नर 'किबीथू' और नार्थ कार्नर 'खारदुंगला दर्रा' तक सोलो राइडिंग की है. निधेश सबसे पहले जयपुर से गुजरात के कोटेश्वर पहुंचे, जो वेस्ट कॉर्नर माना जाता है.
जयपुर : बाइक से भारत के कोने-कोने में जाकर दिया नदियों को बचाने का संदेश
जयपुर के एक युवा ने पानी और नदियां बचाने का संदेश देने के लिए अनूठी पहल की. राइडर ने भारत के चारों कोनों को अपनी बाइक से नापते हुए नदियां बचाने का संदेश दिया.
इसके बाद समुंदर के किनारे किनारे बाइक चलाते हुए साउथ कॉर्नर कन्याकुमारी पहुंचे. यहां से उड़ीसा और वेस्ट बंगाल होते हुए अरुणाचल प्रदेश स्थित किबीथू पहुंचे. यह एरिया काफी मुश्किलों भरा था. किबीथू के बाद सिक्किम और हिमाचल प्रदेश के रास्ते होते हुए खारदुंगला दर्रा पहुंचे, यह दर्रा भी काफी जोखिम भरा रहा. लेकिन, यहां का सफर भी बेहद रोमांचक रहा. खारदुंगला से हाल ही में 22 जून को अपनी जर्नी पूरी करते हुए जयपुर लौटे है.
रैली फ़ॉर रिवर कॉज में सोलो राइडिंग पर निकले निधेश ने जगह जगह लोगों को पानी की महत्वता बताते हुए नदी बचाने, पानी बचाने का संदेश दिया. निधेश को बाइक राइड के दौरान कई चैलेंज का सामना करना पड़ा. खासकर ईस्ट और नार्थ कॉनर्स पर जाना काफी चुनौतीपूर्ण रहा. किबीथू में करीब दो दिन अपनी फैमिली से कटा रहा, वह इतना दुर्गम इलाका है कि वहां पर नेटवर्क भी नहीं मिलता. वहीं लेह से आगे खारदुंगला दर्रा खतरों से भरा था. यहां पर लगातार स्नोफॉल हो रही थी, मौसम बहुत खराब था और बार-बार बाइक स्लिप भी हो रही थी.