नागौर. जिले के पांचवा गांव में स्थानीय स्वर्णकार समाज की ओर से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में युवाओं के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपनी भागीदारी निभाई और रक्तदान किया. शिविर में पांचवा ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी लोग रक्तदान के लिए पहुंचे और अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए.
बता दें कि शिविर में लायन्स क्लब के सम्भागीय प्रतिनिधि श्याम सुंदर मंत्री भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ने कहा कि लायन्स क्लब, मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी,माहेश्वरी युवा संगठन सहित कुचामन सिटी की कई सामाजिक संस्थाओं ने रक्तदान के प्रति लोगों को जो भ्रांतियां है उनको दूर करने के लिए अभियान चलाए, उसी का नतीजा है कि गांवों में लोग किसी अनजान की जान बचाने का जज़्बा लिए रक्तदान शिविरों में आ रहे हैं और रक्तदान कर रहे हैं.
श्याम सुंदर मंत्री ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में हर साल लगभग एक करोड़ युनिट रक्त की जरूरत होती है लेकिन उपलब्धता केवल 75 लाख यूनिट की हो पाती है. आधुनिकता के इस दौर में आज भी कई लोगों को रक्त खरीदना पड़ता है और उससे भी बड़ी मुसीबत यह है कि पैसे देने के बावजूद भी सही समय पर रक्त नहीं मिल पाता और व्यक्ति की असमय मृत्यु हो जाती है. ऐसे मे हमे कोशिश करनी चाहिऐ कि ज्यादा से ज्यादा रक्तदान शिविर आयोजित हो जिनके जरिए लोग रक्तदान करें .
नागौर के पांचवा गांव में रक्तदान शिविर का आयोजन पांचवा में आयोजित रक्तदान शिविर में आये ग्रामीणों ने कहा कि पहले गांव के लोगों में रक्तदान को लेकर जो भय था,सामाजिक संस्थाओं के प्रयासों से अब लोगों में जागरूकता आई है. वहीं अजमेर के जेएलएन अस्पताल से आई रक्त संग्रहण टीम के इंचार्ज गंगा सिंह शेखावत जो कि बरसों से नागौर के कई क्षेत्रों में रक्त संग्रहण के लिए आते रहे हैं ने भी माना कि अब हालात बदल गए हैं, गांवों के लोग अब जागरूक हो गए है और अब तो शहरों से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में रक्तदान शिविर आयोजित हो रहे हैं. बता दें कि शिविर में 153 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ है.