केशवरायपाटन (बूंदी). वन विभाग के दो कर्मचारियों को उच्चाधिकारियों से मिले निर्देशों की अवहेलना करना भारी पड़ गया. मामले को गम्भीरता से लेते हुए उपवन संरक्षक ने दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. जानकारी अनुसार मामला केशवरायपाटन रेंज के छापडदा नाके के सहायक वनपाल नाथूलाल सेन और वनकर्मी सूरज चौधरी को उपवन संरक्षक सोनल जोरिहार के निर्देशों की अनदेखी करना भारी पड़ गया. घटनाक्रम वन माफिया से मिलीभगत और उनसे डरकर ड्यूटी करने से जुड़ा हुआ है. मामले को गम्भीरता से लेते हुए उपवन संरक्षक ने दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया.
वन विभाग के 2 कर्मचारियों को भारी पड़ा डीएफओ के निर्देशों की अवहेलना करना वन विभाग की केशवरायपाटन रेंज के छापडदा नाके के ख्यावदा वन क्षेत्र में अवैध रूप से बबूलों की कुट्टी कर ले जाते वन माफिया के ट्रैक्टर को बुधवार रात को वनकर्मियों ने पकड़ लिया था. वन माफिया के व्यक्ति कार्रवाई का विरोध-दादागिरी कर वनकर्मियों से ट्रैक्टर छुड़ाकर ले गए थे. इसकी जानकारी उपवन संरक्षक सोनल को मिली तो उन्होंने इस घटनाक्रम को विभाग के लिए चैलेंज माना.
घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए वनमाफिया के खिलाफ उन्होंने दोनों कर्मचारियों को गेंडौली पुलिस थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाने के निर्देश दे दिए थे. इसके विपरीत वनकर्मियों ने पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज नहीं करवाया. इसकी एवज में उन्होंने अपने स्तर पर वन माफिया पर दबाव बनाया और अवैध बबूलों की कुट्टी से भरा ट्रैक्टर वनकर्मियों ने जब्त कर लिया था.
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जानकारी मुताबिक ख्यावदा प्लांटेशन में पिछले कई दिनों से अवैध कटान कर वन संपदा की निकासी की जा रही थी. अवैध कार्य की रोकथाम के लिए दोनों कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए थे. इसके बावजूद विभागीय कार्रवाई नहीं करना-ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने पर उपवन संरक्षक ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए छापडदा नाके के सहायक वनपाल नाथूलाल सेन और वनकर्मी सूरज चौधरी को विभागीय नियमानुसार निलंबित कर दिया और उन्हें बूंदी मुख्यालय पर हाजिरी देने के निर्देश दिए हैं.
रेंजर देवीशंकर मीणा ने बताया कि छापड़दा नाका क्षेत्र के सहायक वनपाल नाथूलाल सेन व कर्मचारियों को गश्त के दौरान ख़्यावदा के समीप वनमाफिया के व्यक्ति अवैध रूप से कुट्टी को ट्रैक्टर में ले जाते मिले. वनकर्मियों ने ट्रैक्टर को पकड़ लिया. इसका पता वन माफिया से जुड़े लोगों को लगा तो उन्होंने कर्मचारियों को घेर लिया. इस बीच ट्रैक्टर चालक कुट्टी को खाली कर जब्त ट्रैक्टर को भगा ले गया.
सूचना मिलने पर डीएफओ ने पुलिस अधिकारियों को अवगत करवाकर कर्मचारियों को गेंडौली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने भिजवा दिया, लेकिन कर्मचारियों ने रिपोर्ट ही नहीं दी. इस बीच वन सुरक्षा समिति के सहयोग से इस ट्रैक्टर को रात में जब्त कर लिया गया है. कुट्टी को जब्त करके दोषियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.