बूंदी. जिले में शनिवार को जिला परिषद (District Council) की बैठक आयोजित हुई. बैठक में एसपी के शामिल होने पर खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना (Minister of State for Sports Ashok Chandna) ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जब मैं मौजूद हूं, जिला कलेक्टर मौजूद है, तो आखिरकार एसपी साहब कहां है. बता दें कि बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर यहां पर चर्चा चल रही थी, तभी पुलिस विभाग की बारी आई, तो एसपी नदारद मिले, उनकी जगह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैठक को संबोधित कर रहे थे. जिस पर मंत्री चांदना ने एसपी की उपस्थिति को लेकर सवाल उठा दिए.
जिसके बाद बैठक में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी अधिकारियों की उपस्थिति को लेकर जवाब तलब किए. सदस्यों की चर्चा के बाद खेल मंत्री अशोक चांदना ने कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वह बैठक में उपस्थित नहीं होने वाले अधिकारियों की सूची तैयार करें, उनके खिलाफ डीओपी विभाग (DOP Department) से कार्रवाई होगी, जिससे उनको बैठक में नहीं आना याद आ जाएगा.
यही नहीं बैठक में अधिकारियों के नहीं आने पर मामला इतना बढ़ गया कि कई सदस्यों ने तो उन अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने तक की भी बात छेड़ दी. इस पर सभी ने एकमत होकर बूंदी एसपी सहित उपखंड अधिकारियों अन्य अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर मुहर भी लगाई है. बैठक में विधायक अशोक डोगरा ने बरधा बांध में हो रहे अवैध खनन, डाबी थाने में एसएचओ लगाने, दबलाना थाने में एसएचओ लगाने, भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हो रहे अवैध खनन को रोकने और ट्रैफिक पुलिस की ओर से आमजन को परेशान कर वसूली किए जाने के मामले को लेकर बैठक में चर्चा की.
राज्यमंत्री चांदना ने कहा कि वन क्षेत्र में आ रहे ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत के प्रस्ताव बनाकर भेजे जाए. इस साल के अंत तक सभी को बिजली दें. धान रोपाई के समय विद्युत आपूर्ति एक घंटा अतिशीघ्र बढाकर 8 घंटे करने के निर्देश दिए. उन्होंने अवैध खनन की शिकायतों को गंभीरता से लिया और कहा कि तीनों विधानसभा क्षेत्र में तीनों विधायक मौका सर्वे कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे. कानून व्यवस्था की स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि व्यवस्था में सुधार हो. उन्होंने परिवहन अधिकारी और पुलिस को निर्देश दिए कि हेलमेट के नाम पर और बेवजह वाहनों को रोककर वसूली नहीं की जाए.