केशवरायपाटन(बूंदी). त्योहारों का मौसम हर भारतीय परिवार के लिए खास होता है, क्योंकि यह परिवार के लोगों को एक साथ लाता है और सामाजिक उत्सव को बनाए रखता है. मिठाइयां त्योहारों को और अधिक खास बनाती हैं. ऐसे में खाद्य पदार्थों में मिलावट COVID-19 महामारी के प्रकोप के बाद उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय बन गया है.
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत औचक कार्रवाई खाद्य और उससे संबंधित उत्पादों जैसे घी, तेल और दूध और दूध से संबंधित उत्पादों की अधिक मांग को देखते हुए, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने त्योहारी सीजन के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट से लड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया है. इसे 'War For Pure' यानी शुद्ध के लिए युद्ध अभियान नाम दिया गया है. यह अभियान 26 अक्टूबर से शुरू हो चुका है.
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अभियान के तीसरे दिन बूंदी के केशवरायपाटन उपखण्ड में एसडीएम अभिषेक चारण की अगुवाई में चिकित्सा, खाद्य और रसद विभाग की टीमों के साथ संयुक्त कार्रवाई की गई. एसडीएम बुधवार सुबह 10 बजे कापरेन कस्बे के बाजारों में पहुंचे और दुकानों में सामानों की जांच की. इस दौरान कई दुकानों से अवधिपार यानी एक्सपायर हो चुकी सामानों को जब्त किया. साथ ही दुकानों में एसिड को बोतले मिलने पर भी खाद्य विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए.
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उपखण्ड अधिकारी की अचानक कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कम्प मच गया. जिससे कई व्यापारी प्रतिष्ठान बंद कर रफूचक्कर होते भी नजर आए. उपखण्ड अधिकारी अभिषेक चारण ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खाद्य उत्पादों में मिलावट के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान शुरू किया है. इसी के तहत उपखण्ड प्रशासन आवश्यक कदम उठा रहा है. जो इस त्योहारो के सीजन के दौरान सभी उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगा.