बीकानेर. सांसारिक जीवन में व्यक्ति के अपने और अपने परिवार के बेहतर जीवन निर्वाह के लिए सुख की कामना रहती है, लेकिन कई बार ग्रह दोष के कारण उसको कष्ट भोगना पड़ता है. जीवन में धन, वैभव और संपदा की कमी या फिर सब कुछ होते हुए भी उसका सुख नहीं मिलना शुक्र ग्रह का दोष होता है. इसलिए जन्मकुंडली में शुक्र ग्रह के. दोष का निवारण करना चाहिए.
शुक्र ग्रह दोष निवारण : मान्यता है कि जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह के नीच स्थान पर हो तो उसके लिए शुक्र ग्रह की पूजा करनी चाहिए और ॐ द्रां द्रीं दौं सः शुक्राय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. शुक्रवार के दिन कुछ कार्य बिल्कुल नहीं करने चाहिए जिनमें किसी से भी पैसे का लेनदेन नहीं करें. साथ ही शुक्रवार को घर में कपड़े नहीं धोने चाहिए. पुराणों में मान्यता है कि घर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. शुक्रवार के दिन खट्टा नहीं खाना चाहिए. शुक्र के प्रसन्न होने से ही शुक्र ग्रह जीवन में शुभ फल देता है.
माता महालक्ष्मी की पूजा : हिंदू धर्म ग्रंथ में मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की पूजा भगवान विष्णु के साथ करनी चाहिए. माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए महालक्ष्मी मंत्र के साथ मां लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करना चाहिए. मां लक्ष्मी के बीज मंत्र का जाप से सुख-समृद्धि आती है. ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:.ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा.