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बिकानेर : निजी कोविड अस्पतालों का वरिष्ठ अधिकारियों और चिकित्सकों ने किया औचक निरीक्षण, दिए दिशा-निर्देश

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Published : May 15, 2021, 10:00 PM IST

कोविड मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर निजी अस्पतालों की व्यवस्थाओं को देखने के लिए जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों और वरिष्ठ चिकित्सकों के दल ने 6 कोविड अस्पतालों का शनिवार को औचक निरीक्षण किया और इस दौरान व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

Hospital inspection in bikaner
आस्पताल का निरीक्षण

बीकानेर. जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देश पर शनिवार को छह वरिष्ठ प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों ने निजी कोविड अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया तथा कोविड मरीजों के इलाज से संबंधित सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की. जिला कलेक्टर भी कोठारी अस्पताल पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखी. जिला कलक्टर ने बताया कि शहर की सभी छह निजी चिकित्सालयों में नाॅम्र्स के अनुसार व्यवस्थाएं रहें तथा आवश्यकता के अनुसार इनमें और अधिक सुधार किया जा सके, इसके मद्देनजर विशेष दल बनाकर औचक निरीक्षण करवाए गए. इस दौरान प्रत्येक अस्पताल में भर्ती कोविड पाॅजिटिव मरीजों की संख्या, वेंटीलेटर, बाइपेप, आक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता, कोविड मरीजों के लिए नियुक्त डाॅक्टर, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा प्रहरी तथा अन्य कार्मिकों की स्थिति के बारे में जाना.

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सभी निजी अस्पतालों में सरकारी गाइडलाइन के अनुसार इलाज सुनिश्चित करने, रेमडेसिविर सहित मरीजों को दी जाने वाली अन्य दवाइयों के रिकाॅर्ड संधारण, राज्य सरकार द्वारा इलाज के लिए निर्धारित राशि के अनुसार इलाज की स्थिति, इस संबंध में कोई शिकायत, बिल संधारण तथा इससे संबंधित सूची चस्पानगी का भी निरीक्षण किया. अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, बायोवेस्ट डिसपोजल के अलावा मरीजों और उनके परिजनों के फीडबैक भी लिए गए. वहीं कोविड मरीजों के इलाज के दौरान किए जाने वाले रेकाॅर्ड संधारण को भी जांचा.

इन अधिकारियों ने किया निरीक्षण

जिला कलेक्टर ने कोठारी अस्पताल की व्यवस्थाएं देखी. इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक तथा उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. योगेन्द्र तनेजा साथ रहे. वहीं अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सुनीता चौधरी और चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. देवेन्द्र चौधरी ने गोविंद हाॅस्पिटल, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा और जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश गुप्ता ने एमएन हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर का जायजा लिया. इसी क्रम में यूआईटी सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप ने फोर्टिस डीटीएम, नगर निगम उपायुक्त पंकज शर्मा और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा ने जीवन रक्षा तथा प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलनिचामी तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डाॅ. राहुल हर्ष ने वरदान हास्पिटल में इन व्यवस्थाओं का जायजा लिया. सभी अधिकारियों को निर्धारित प्रारूप में निरीक्षण रिपोर्ट अविलम्ब उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए.

वरिष्ठ अधिकारी होंगे नोडल

जिला कलेक्टर ने कोठारी अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कहा कि प्रत्येक अस्पताल के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा. अस्पताल प्रशासन संबंधित नोडल अधिकारी से समन्वय रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी मरीज को बेवजह परेशानी नहीं हो. उन्होंने कहा कि अस्पताल द्वारा इलाज की दरों से संबंधित सूचना प्रमुख स्थानों पर चस्पा की जाए. इससे अधिक राशि नहीं ली जाए. ऐसी शिकायत आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बिल में इसकी प्रोपर डिटेल हो. मरीजों को आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त आक्सीजन दी जाए, लेकिन इसका अपव्यय नहीं हो. उन्होंने अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की.

घरों पर इलाज ले रहे मरीजों को चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध करवाने के लिए आगे आये ट्रस्ट, जिला कलक्टर नमित मेहता ने की सेवा अभियान की शुरूआत

बीकानेर फाउण्डेशन और श्याम रुकमणी वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से घरों पर इलाज प्राप्त कर रहे कोविड मरीजों को चिकित्सकीय सलाह और प्राथमिकता के आधार पर आक्सीजन कंसंट्रेटर, पल्स आक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध करवाए जाएंगे. जिला कलेक्टर नमित मेहता ने शनिवार को दोनों संस्थाओं के इस सेवा अभियान की शुरूआत की. इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि कोविड संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर आक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण घटक है. राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा इसकी उपलब्धता के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की जा रही है. उपलब्ध आक्सीजन का न्यायसंगत उपयोग हो, इसके मद्देनजर आक्सीजन आपूर्ति पर नियमित नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं भी स्वप्रेरित होकर आगे आई हैं. यह दूसरों के लिए अनुकरणीय है.

बीकानेर फाउण्डेशन के सचिव कमल कल्ला ने बताया कि दोनों संस्थाओं के संयुक्त सौजन्य से प्रारम्भ इस अभियान के तहत घरों पर इलाज पा रहे मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर कंसंट्रेटर निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे, जो कि उपयोग के बाद पुनः संस्था को जमा करवाने होंगे. उन्होंने बताया कि जरूरमंद मरीज के परिजन मोबाइल नंबर 98292-25676 पर संपर्क कर सकेंगे. संस्थाओं द्वारा दस कांसंट्रेटर के साथ यह सेवा प्रारम्भ की गई है, जिसे आवश्यकता के अनुसार और बढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इससे पीबीएम अस्पताल पर दवाब कम होगा और कम आक्सीजन आवश्यकता वाले मरीजों को आसानी से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी. उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी संस्था द्वारा छह लाख भोजन पैकेट वितरित किए गए. दस हजार श्रमिकों का पलायन रोकने के लिए क्वारेंटीन सेंटर स्थापित किए गए. वहीं सूखे राशन की लगभग 17 हजार किट बांटी गई.

श्याम रुकमणी वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्याम सोनी ने बताया कि संस्था नियमित रूप से सामाजिक सरोकारों के कार्य से जुड़ी है. हाल ही में 250 परिवारों का मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पंजीकरण संस्था द्वारा करवाया गया है. इस दौरान ट्रस्ट के सचिव संदीप सोनी, बीकानेर फाउण्डेशन के स्वास्थ्य प्रकल्प संयोजक राजेश दुजारी, साजिद सुलेमानी आदि मौजूद रहे.

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