बीकानेर.नगर-निगम के 80 वार्डों के चुनाव 16 नवंबर को होंगे इसे लेकर सभी प्रत्याशी पूरी तरह से प्रचार में लगे हुए हैं और हर घर तक अपने संपर्क बनाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं. चुनाव में विकास के नाम पर दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी वोट मांग रहे हैं. लेकिन, जिस विकास के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं. दरअसल, चुनाव के वक्त बड़े-बड़े वादे कर जीत हासिल करने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद वादों और मुद्दों को भूल जाते हैं.
ऐसे में बेचारी जनता खुद को ठगा सा महसूस करती है. लेकिन, चुनाव का समय आते ही जनता के पास मौका होता है कि वह 5 साल का हिसाब चुकता कर दें और उस विकास के वादों का बदला भी पार्टियों और उनके प्रत्याशियों से पूरा लें. कुछ ऐसी बानगी बीकानेर के वार्ड संख्या 72 में पारीक चौक मोहल्ले में देखने को मिल रही है. जहां लोग मतदान को लेकर नाराज भी हो गए हैं.
नाराजगी भी इतनी कि वोट नहीं देने का निर्णय कर लिया है. दरअसल, पिछले 15 सालों से अपने क्षेत्र में सड़क बनाने की मांग के अनसुना करने से यह लोग नाराज हैं. इन लोगों का आरोप है कि हर बार चुनाव आते ही प्रत्याशी और पार्टियां हमें झूठी आश्वासन दे देती है लेकिन हमारे क्षेत्र की तभी सुध नहीं ली. दरअसल, सेटेलाइट अस्पताल के पीछे और पाबूबारी क्षेत्र के बीच पड़ने वाले पारीक चौक मोहल्ले में सड़कें पूरी तरह से टूटी हुई है और जगह-जगह बड़े गड्ढे बने हुए हैं.