भीलवाड़ा. प्री मानसून की बरसात के बाद जिले की आसींद, गंगापुर, सहाड़ा और मांडल क्षेत्र में फसलों की बुवाई हो चुकी है. किसानों ने ज्वार, बाजरा, उड़द, तिलहन, कपास और मक्का की फसल की बुवाई की है. वहीं जिले के शाहपुरा, जहाजपुर और मांडलगढ़ क्षेत्र में अभी तक बरसात नहीं होने के कारण बुवाई नहीं हुई है. इस बार कृषि विभाग ने 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. जिसमें से अभी तक 25 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो पाया है. अब मानसून पहुंचने के बाद पूरे जिले में बुवाई होगी.
भीलवाड़ा में कृषि विभाग का 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य, खाद-बीज की व्यवस्थाएं पूरी - लक्ष्य
भीलवाड़ा जिले में कृषि विभाग ने इस बार 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. अभी तक प्री मानसून की बारिश से 25 फीसदी क्षेत्र में फसल की बुवाई हो चुकी है. अब मानसून शुरू होने के बाद बाकी क्षेत्रों में बुवाई का काम शुरू होगा.
जिले में बुवाई को लेकर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. जीएल चावला ने बताया कि जिले में 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें मक्का व बीटी कपास के लिए 40 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य है. जिले में प्री मानसून की बारिश की बाद अबतक 1 लाग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है. अब मानसून शुरू होने पर बाकी क्षेत्रों में बुआई होगी. किसान इस बार ज्वार ,बाजरा, मक्का, उड़द, सोयाबीन, कपास, ग्वार की फसल बो रहे हैं. जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई होती है.
उपनिदेशक ने बताया कि जिले में सभी सहकारी समितियों, निजी दुकानों पर आदान की तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है. साथ ही कृषि पर्यवेक्षक को क्षेत्र में जाकर संबंधित किसानों को समझाने के निर्देश दिए हैं. वहीं जिले में यूरिया, डीएपी कीटनाशक दवाइयां व बीज की कोई कमी नहीं है. अभी हमारे पास 11 हजार 500 मेट्रिक टन यूरिया और 8 हजार 900 टन डीएपी उपलब्ध है. जिससे किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा.