बाड़मेर.बाड़मेर पुलिस ने सेक्सटॉर्शन के मामले में दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया (Rajasthan Sextortion Case). हाइप्रोफाइल मामला इतना संगीन है कि जोधपुर रेंज आईजी खुद बाड़मेर में है और पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. पुलिस ने 5 आरोपियों के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है लेकिन ज्यादा कुछ भी बोलने से बच रही है.
बाड़मेर कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा के अनुसार बाड़मेर के रहने वाले शख्स रामस्वरूप ने एक रिपोर्ट दी थी. कहा था कि वो सेक्सटॉर्शन का शिकार हुए हैं. रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया गया. बड़े ही गोपनीय तरीके से पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. यही वजह है कि अलग-अलग जगहों से दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामला बेहद संगीन है इसलिए पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के नाम तक जारी नहीं किए है. अलबत्ता मामले से जुड़े परिवादी रामस्वरूप का नाम उजागर किया गया है लेकिन वो शख्स कौन है? क्या प्रोफाइल है यह पुलिस ने नहीं बताया. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया है.
अश्लील वीडियो बनाकर फंसाते थे शिकार- पड़ताल में पता चला है कि ये आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे. पुलिस की चार पांच टीमें गठित कर इन आरोपियों को बाड़मेर ओर जोधपुर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इस मामले में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं देते हुए सिर्फ सेक्सटॉर्शन के मामले में 5 आरोपियों के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है.
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आलाधिकारियों की पूरी नजर- मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जोधपुर रेंज आईजी पी. राम खुद बाड़मेर में डेरा डाले बैठे हुए हैं. इसके अलावा बाड़मेर के एसपी दीपक भार्गव दो दिन पहले ही जोधपुर आए थे और इसके बाद मंगलवार को जोधपुर के लूणी थाना क्षेत्र के फिंच गांव में कार्रवाई कर एक मास्टर माइंड को पुलिस ने उठाया. सूत्रों के अनुसार गिरोह ने पीड़ित से दस करोड़ की मांग की थी.
पकड़ी गई एक महिला सरकारी कार्मिक- जिस व्यक्ति को जोधपुर से पकड़ा है उसकी रिश्तेदार महिला जो बाड़मेर रहती है उसकी महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है. महिला के सरकारी कार्मिक होने की भी जानकारी सामने आई है. मंगलवार को जोधपुर में हुई कार्रवाई के दौरान एक आरोपी के मौके से भागने की भी जानकारी सामने आई है. देर रात को बाड़मेर पुलिस ने पांच लाइन का एक प्रेस नोट जारी कर घटनाक्रम की पुष्टि की है. बताया जा रहा है सत्ताधारी पार्टी के एक नेता भी इस गिरोह से पीड़ित है.
सवालों में पुलिस की कार्यशैली-सामान्यतः पुलिस इस तरह के मामलों का खुलासा करते समय अपनी पूरी टीम के साथ वाह वाही लूटती है लेकिन इस प्रकरण में देर रात तक पुलिस के अधिकारियों ने अपने फोन उठाना बंद कर दिए. इसके बाद एक प्रेस नोट जारी किया. जिसमे आरोपियों के नाम नही जाहिर किए. इससे लग रहा है कि इस मामले में बड़े नाम है. बाड़मेर में रात में यह प्रकरण चलता रहा. इस मामले में उठाए गए के युवक के परिजन उसकी अपहरण की रिपोर्ट देने कोतवाली पहुंच गए. शैलेंद्र अरोड़ा नामक युवक को जब पुलिस घर से उठा रही थी तब परिजनों ने विरोध किया तो उनके फोन भी पुलिस लेकर चली गई. इसके बाद रात को परजिन एकत्र हुए.