बाड़मेर.राजस्थान की गहलोत सरकार जहां प्रवासियों की घर वापसी सुनिश्चित करवाने को लेकर गंभीर नजर आ रही है. वहीं, बाड़मेर में यूपी के करीबन 40 मजदूर घर वापसी को लेकर परेशान हो रहे हैं. मजदूरों का आरोप है कि प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है. वे सभी लोग पिछले 3 दिनों से लगातार बस स्टैंड के चक्कर निकाल रहे हैं, प्रशासन लाठी-डंडे बरसा रहा है. इस पूरे मामले को लेकर जब ईटीवी भारत ने तहसीलदार से बातचीत करनी चाही तो वह मीडिया से बचते नजर आए.
40 मजदूर बार बार काट रहे है बस स्टैंड के चक्कर दरअसल, बाड़मेर बस स्टैंड पर पिछले 3 दिनों से यूपी के करीबन 40 श्रमिक घर वापसी को लेकर चक्कर काट रहे हैं. उनका आरोप है कि प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है, उन्होंने कई बार आवेदन भी किया है और प्रशासन की ओर से उन्हें बार-बार बस स्टैंड पर बुलाया जाता है. लेकिन भगा दिया जाता है. उनका कहना है कि कंपनी वालों ने भी निकाल दिया और अब प्रशासन भी परेशान कर रहा है.
पढ़ें- प्रवासियों की वजह से सरहदी गांवों तक पहुंचा कोरोना, बाड़मेर में मरीजों का आंकड़ा 76
मजदूरों का कहना है कि वह बार-बार अपना लगेज लेकर बस स्टैंड पहुंच रहे हैं, लेकिन उन पर डंडे बरसाए जा रहे हैं. ऐसे में अब कंपनी वालों ने भी उन्हें निकाल दिया है, ना तो उनके पास रहने को घर है और ना ही खाने को कुछ है, वह अपने घर जाना चाहते हैं. वहीं, पिछले 3 दिनों से इन्हें खाने-पीने की व्यवस्था कर रही महिला ने बताया कि वह पिछले 3 दिनों से इन्हें मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कर रही है. साथ ही कहा कि प्रशासन इन्हें बहुत परेशान कर रहा है. इस पूरे मामले को लेकर जब ईटीवी भारत ने मौके पर मौजूद तहसीलदार से बातचीत करना चाही तो वो बचते नजर आए.
लॉकडाउन की वजह से जहां पहले से ही से श्रमिक परेशान हैं अब ऐसे में वह घर जाना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन का यह रवैया गहलोत सरकार के श्रमिकों की घर वापसी को लेकर किए जा रहे सारे प्रयासों पर पानी फेरता नजर आ रहा है. अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कब प्रशासन इन श्रमिकों की घर वापसी के लिए व्यवस्था करता है.