बारां. जिले में किसानों की आत्महत्या का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है. पारिवारिक परिस्थितियों से तंग आकर एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है. किसान बच्चों की बीमारी के खर्च से आहत था. ऐसे में उसने अपने ही खेत पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. दरअसल, बारां जिले के मांगरोल तहसील के बहुत गांव निवासी किसान हजारी लाल गुर्जर आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. ऐसे में किसान हजारीलाल ने बोहत गांव के नजदीक स्थित अपने खेत पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मांगरोल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
कर्ज में डूबे एक और किसान ने की आत्महत्या
बारां जिले में 4 दिन में दूसरे किसान की आत्महत्या का मामला सामने आया है. इससे पहले किशनगंज तहसील के राधापुरा गांव निवासी किसान अर्जुन लाल कंडारा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की थी.
परिजनों ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है की किसान हजारीलाल अपने परिजनों की बीमारी के खर्च के कारण कर्ज में था, इसलिए उसने ऐसा किया. मृतक के भतीजे महेन्द्र गूर्जर ने बताया कि वह घर के खर्चे और बैंक और बाजार के कर्जे से बहुत तंग आ गए थे. उनके 3 लड़कियां और 1 लड़का है. बारां जिले में पिछले 4 दिनों में 2 किसानों की आत्महत्या के मामले सामने आ चुके हैं इससे पहले 28 जून को बारां जिले के किशनगंज तहसील के राधापुरा गांव निवासी अर्जुनलाल कंडारा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी, वह भी बैंक और साहूकारों के करीब 4 लाख रुपए के कर्ज के बोझ के तले दबा था.