बांसवाड़ा.बाल अधिकारों को लेकर बांसवाड़ा जिला अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. इसे देखते हुए बाल अधिकारों पर काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था सेव द चिल्ड्रन की ओर से शुक्रवार को वागधरा परिसर में कार्यशाला रखी गई. इसमें बालकों संबंधी विभिन्न विषयों पर मंथन के साथ विशेषज्ञों ने चाइल्ड एक्ट के बारे में बारीकियां बताई गई.
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने कार्यशाला की शुरुआत की. कार्यशाला में जिले के सभी पुलिस थानों से चाइल्ड एक्ट और बाल अधिकारों संबंधी कामकाज देखने वाले बाल कल्याण अधिकारियों को बुलाया गया. बाल अधिकारों संबंधी विशेषज्ञों के साथ बाल कल्याण अधिकारियों की ओर से विशेषकर बाल तस्करी बाल श्रम और बाल अधिकारों पर मंथन किया गया.
इस दौरान चाइल्ड एक्ट को लेकर पुलिस अधिकारियों के सामने किस-किस प्रकार की कठिनाईयां आती है. किस प्रकार इन कठिनाइयों को आसानी से सॉल्व किया जा सकता है. विशेषज्ञों ने बारीकी से समस्याओं को सुना और फिर उनका समाधान निकाला गया.
विशेषकर फील्ड में आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की गई. पुलिस बाल कल्याण अधिकारियों की ओर से अपनी समस्याओं को रखने के साथ चाइल्ड एक्ट को लेकर अपनी शंकाओं का समाधान किया. कार्यशाला में पुलिस बाल कल्याण अधिकारियों के साथ विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि और इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को बुलाया गया था.