बांसवाड़ा.राजस्थान में कोरोना संक्रमण के आतंक की चपेट में प्रदेश के आधे से ज्यादा जिले आ चुके हैं. ऐसे में अपने आप को सुरक्षित बताने वाला बांसवाड़ा भी इससे अछूता नहीं रहा. बांसवाड़ा के लोग खुद को जहां रक्षा कवच के रूप में देख रहे थे. वहीं, लोगों का ये भ्रम 31 मार्च को टूट गया. जब जिले के कुशलगढ़ कस्बे की रहने वाली एक महिला की आइसोलेशन वार्ड में मौत हो गई.
हालांकि उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. लेकिन स्वास्थ विभाग ने जब इस मामले में जांच पड़ताल शुरू की और महिला के पति और पुत्र के सैंपल जांच के लिए भेजे तो उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. ऐसे में चिकित्सा महकमें में हड़कंप मच गया. 4 अप्रैल को पिता पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने उनके आसपास के 1 किलोमीटर के एरिया में कर्फ्यू लगा दिया गया.
लेकिन तो कोरोना संक्रमण की शुरूआत थी. एक के बाद एक पॉजिटिव केस आना शुरू हो गए. 7 अप्रैल को आई रिपोर्ट ने प्रशासन की परेशानी और बढ़ा दी. मंगलवार को चार और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई. वहीं, 8 अप्रैल को भी दो और महिलाओं सहित तीन संदिग्ध कोरोना पॉजिटिव पाए गए. वहीं देर रात तक मिली रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में पॉजिटिव रोगियों की संख्या 6 हो गई.
पढ़ें-SPECIAL: आइसोलेशन, अनुशासन और अनिवार्यता का उदाहरण बने 'कोचिंग की मक्का' के छात्र
4 से 9 अप्रैल तक कस्बे में रोगियों की संख्या 12 हो गई. वहीं, 9 अप्रैल को आई रिपोर्ट के आंकड़े ने सभी को चौंका दिया. 9 अप्रैल को देर रात तक आई रिपोर्ट में एक ही दिन में आंकड़ा दोगुना हो गया. अब कोरोना से कुशलगढ़ के 24 लोग संक्रमित हो गए.