घाटोल(बांसवाड़ा).सेव द चिल्ड्रेन एवं वागधारा संस्था की ओर से बाल संरक्षण सेवाओं के लिए ग्राम पंचायत सेनवासा में सोमवार को मासिक बैठक आयोजित की गई. जिसमें समिति को प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए प्रथम चरण बाल संरक्षण वार्षिक कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा कर कार्य योजना को अंतिम रूप प्रदान किया गया. सेव द चिल्ड्रन एवं वागधारा संस्था की ओर से संचालित चाइल्ड राइट्स फॉर चेंज परियोजना के तहत बाल संरक्षण ढांचों को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है.
ग्राम पंचायत सेनावासा के सरपंच श्री गणपत कटारा ने बताया कि समिति की ओर से यह तय किया गया कि पंचायत की बाल संरक्षण कार्ययोजना का निर्माण होना अति आवश्यक है. जिससे यह स्पष्ट हो पाये कि हमारी समिति की ओर से पंचायत में बच्चों को किस तरह की सेवाओं और सुविधाओं से जोड़ा जाना है. ताकि हम ग्राम पंचायत को बाल संरक्षण युक्त एवं बाल मैत्री पंचायत का दर्जा प्रदान करा पाए.
सेव द चिल्ड्रेन के दिनेश कुमार ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से क्रियान्वित बाल संरक्षण सेवाओं (CPS) योजना के तहत उक्त बाल संरक्षण समितियों का गठन किया गया है. साथ ही उक्त योजना के अनुसार प्रत्येक पंचायत स्तर पर उक्त समिति की सहायता से वंचितता आंकलन किया गया है. जिसमे ग्राम पंचायत में जोखिमता में जीवनयापन करने वाले बच्चों तथा अनाथ बच्चे, एकल अभिभावक बच्चे, विशेष योग्यजन बच्चे, शिक्षा से वंचित बच्चे, विभिन्न प्रकार की हिंसा और दुर्व्यवहार सहने वाले बच्चें आदि को चिन्हित किया गया है. जिन्हे उपलब्ध सेवाओं से जोड़ने तथा सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए बाल संरक्षण कार्य योजना का निर्माण होना अति आवश्यक है.