बांसवाड़ा.शहर के निकट उदयपुर रोड पर एक वृद्ध की संदिग्ध मौत के बाद हत्या की आशंका जताते हुए परिजनों ने शव एक व्यक्ति के घर रख दिया था. उसके बाद स्थिति बिगड़ गई और सदर पुलिस ने मौके पर रात को भी बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता लगाया.
दोनों ही पक्षों के बीच बुधवार दोपहर में सामाजिक समझौते के बाद आखिरकार परिजन शव उठाने को तैयार हुए. करीब 24 घंटे बाद पुलिस मौके से शव उठा पाई. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्रारंभिक तौर पर वृद्ध की मौत गर्मी से होना बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस की नजर पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर है.
VIDEO: वृद्ध की संदिग्ध मौत के बाद हुआ विवाद पुलिस के अनुसार काकरवा पाड़ा डावोड बस्ती निवासी 65 वर्षीय रंगजी पुत्र गोगजी मंगलवार सुबह घर से मजदूरी पर निकला था. टिंबा महूडी में मोहन पुत्र भूरा जी रेबारी के आंगन में उसकी मौत हो गई. मोहन द्वारा सूचना के बावजूद परिजन नहीं पहुंचे और हत्या का आरोप लगाते हुए उसके घर में तोड़फोड़ और आग लगाने की धमकी दी गई. किसी अनहोनी की आशंका में मोहन तत्काल सदर पुलिस थाना पहुंचा.
इस बीच रंग जी के परिजन मोहन को थाने में देख कर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंच गए और परिवाद सौंप कर हत्या की आशंका जताई. मामला बढ़ता देखकर थाना प्रभारी बाबूलाल मुरारिया जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. उधर परिजनों ने मौके से सब नहीं उठाया और शिव मोहन के घर पर ही पड़ा रखा. शाम को परिजन अपने घर निकल गए इस कारण पुलिस बल रात भर मौके पर ही तैनात रहा.
अंततः गांव वाले लोगों के साथ परिजनों की बातचीत हुई जो दोपहर आते आते सफल रही. दोनों ही पक्षों के बीच समझौता के बाद परिजन शव उठाने को तैयार हो गए। हालांकि समझौते में लेनदेन के बारे में कोई खुलासा नहीं हुआ है लेकिन बताया जाता है कि त्वरित तौर पर मोहन द्वारा कुछ मदद का आश्वासन दिया गया. समझौते के बाद पुलिस पोस्टमार्टम के लिए शव मोर्चरी दे गई.
सहायक पुलिस उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक रंग दी गांव में मजदूरी करता था और लकड़ी काटने के अलावा घरों में छोटे-मोटे काम कर अपना गुजारा कर रहा था. मंगलवार को मोहन के घर गया जहां हैंडपंप का पानी पीने के बाद वहीं पर सो गया जो वापस नहीं उठा. हालांकि मृतक के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं है फिर भी पीएम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चल पाएगा.