अलवर. जिले में शुक्रवार सुबह 25 से 30 हथियारबंद बदमाशों ने हवालात में बंद एक नामी बदमाश को छुड़ा कर ले जाने का मामला सामने आया. इस दौरान बदमाशों ने एके47 से पुलिस थाने पर कई राउंड फायरिंग की. इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है. तो वहीं घटना पर बोलते हुए अलवर के सांसद बाबा बालक नाथ ने कहा कि जिस तरह की घटनाएं अलवर में हो रही है, उनको देखकर लगता है कि अलवर में बदमाशों को संरक्षण मिल रहा है. प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.
प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं: सांसद बाबा बालक नाथ सांसद बाबा बालक नाथ ने कहा कि बहरोड़ और जिले में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं उनसे साफ है कि अलवर में बदमाशों को संरक्षण मिल रहा है. उन्होंने बहरोड़ की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने थाने में पहुंचकर कई राउंड फायरिंग की और उसके बाद लॉकअप में बंद बदमाश को छुड़ा लिया. इस दौरान लॉकअप का ताला भी उन्होंने गोली चला कर तोड़ा.
पढ़ें- कश्मीर में अन्याय हो रहा है, लोकतांत्रिक रास्ता बंद होने से अलोकतांत्रिक रास्ते खुलते हैं : शशि थरूर
सांसद ने कहा कि ऐसे में साफ है कि अलवर में बदमाशों के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह देख कर लगता है कि प्रदेश में सरकार ही नहीं है तो वहीं पुलिस भी नपुंसक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अपराधियों के प्रति पुलिस का जो रूद्र रूप होना चाहिए वो देखने को नहीं मिल रहा है. अंतरिम रूप में पुलिस पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है लेकिन पुलिस के रवैये को देखकर लोगों का पुलिस से विश्वास उठने लगा है. बाबा ने कहा कि जिस तरह से बहरोड़ में घटनाएं हो रही हैं इन घटनाओं के बाद लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं.
बाबा बालकनाथ ने कहा कि जिस तरह के जिले में हालात हो रहे हैं, वाहन चोरी और चोर पशुधन को भी नहीं छोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका मतलब साफ है कि कहीं ना कहीं अपराधियों को अलवर में सह मिल रही है. सरकार बदलते ही प्रदेश में हालात ज्यादा खराब हुए हैं. पहले ऐसे नहीं होता था जैसा अब हो रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों ने उनको सरकार चलाने का दायित्व दिया है ना की प्रदेश को लूटने व लुटवाने का. उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के विश्वास पर खरा उतरना चाहिए और कानून व्यवस्था को प्रदेश में बेहतर करना चाहिए. इसके अलावा अलवर का बेहतर विकास हो इसके लिए सरकार को सोचना चाहिए.