अलवर.जिले की बानसूर तहसील में ऐसा मामला सामने आया है, जहां तहसीलदार भगवतशरण त्यागी के फर्जी हस्ताक्षर का प्रयोग कर अवैध तरीके से भूखण्डों का बेचान किया गया है. हाल ही में कुछ दिनों पूर्व उपखंड अधिकारी के हस्ताक्षर को स्कैन कर एक प्रोपर्टी डीलर ने करोड़ों रूपए की काली कमाई की थी. उसी आरोपी प्रोपर्टी डीलर पूर्ण चंद यादव का नाम इस मामले से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
SDM और तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर से कमाए करोड़ों, 12 दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर लैंड माफिया
जिले की बानसूर तहसील में ऐसा मामला सामने आया है, जहां तहसीलदार भगवतशरण त्यागी के फर्जी हस्ताक्षर का प्रयोग कर अवैध तरीके से भूखण्डों का बेचान किया गया है. आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
दरअसल अलवर जिले के बानसूर तहसील में कुछ दिन पहले ही ऐसा मामला सामने आया था. जहां एक प्रोपर्टी डीलर ने उपखंड अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर की मदद से भूखण्डों का बेचान कर करोड़ों रूपए की काली कमाई की थी लेकिन इस मामले को कुछ दिन ही बीते थे कि फिर एक ऐसा मामला सामने आया है जहां तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर की मदद से दस्तावेज तैयार कर भूखण्डों का बेचान हुआ है.
उपखंड अधिकारी ने बताया कि फिलहाल जांच में आरोपी पूर्ण चंद यादव का नाम आने के बाद, अभी तक 12 दिन से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द से जल्द कार्रवाई होती है तो इससे भूखण्डों को खरीदने वाले लोगों को राहत मिल पाएगी.