अलवर.खेड़ली क्षेत्र में डीएपी की किल्लत खाद दिनोंदिन बढ़ रही है. इसलिए किसान को डीएपी खाद लेने के लिए भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को किसान खाद बीज विक्रेताओं की दुकान के चक्कर लगाते रहे. सुबह दुकान खोलने से पहले ही किसानों की लंबी कतार खाद लेने के लिए लग जाती है.
अलवर के खेड़ली में शनिवार को कस्बे में डीएपी के 700 कट्टों का वितरण कूपन कराया गया. इस दौरान करीब 3 घंटे तक किसान धूप में खड़े रहे. किसानों को खाद लेने का कूपन मिला लेकिन दोपहर एक बजे बाद स्टॉक खत्म होने के कारण अधिकतर किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा. रविवार 10 अक्टूबर को करीब 800 कट्टे डीएपी के बांटने के लिए तीन डीलर नियुक्त किए गए थे. जिनके स्टॉक का एक जगहा ही भंडारण किया गया. जिससे की किसान को खाद लेने में कोई भी असुविधा ना हो. वहीं इस दौरान भारी मात्रा में किसानों की भीड़ मौजूद रही.
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बाजार में रविवार को सुबह 4 बजे से ही किसान दुकानों के आगे एकत्रित हो गए. जिसके चलते सड़क पर जाम की स्थिति पैदा हो गई. किसानों की भारी भीड़ को देखकर दुकानदारों ने व्यवस्था बनाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को बुलाया. जिसके बाद सहायक कृषि अधिकारी खेड़ली डॉ. नरेश पाराशर और उनकी टीम ने खाद का एक ही जगह भंडारण करवाया और खाद के कट्टों की कालाबाजारी को रोकने के लिए अपनी देखरेख में कट्टों का वितरण कराया. जहां किसान खाद लेने के लिए टोकन देकर अपने खाद के खट्टे लेते हुए नजर आए. सुबह 9 बजे से ही 800 खाद के कट्टों के कूपन जारी कर खाद विक्रेताओं के बनाए गए भंडार कक्ष पर किसान भेजे गए. इस दौरान भारी मात्रा में महिलाएं भी लाइन में नजर आई.
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उधर व्यवस्था संभालने के लिए खेड़ली पुलिस की ओर से महिला-पुरुष कर्मी को लगाया गया और लाइन बनवाई गई. भीड़ के चलते जाम की स्थिति पैदा ना हो. इसके लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से व्यवस्था बनाने में लगा हुआ है. अलवर जिले के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के हालात देखने को मिल रहे हो लोगों को खाद नहीं मिल रही है. ऐसे में किसान खासे परेशान हैं.
अलवर में भी किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है. प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी किसान दुकानदारों पर खाद बीज की कालाबाजारी का आरोप लगा रहा है. किसानों का कहना है खाद बीज विक्रेता खुलेआम खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं.