प्रतापगढ़. संतान प्राप्ति के लिए कुछ लोग डॉक्टरों से इलाज करवाते हैं, कुछ टेस्ट ट्युब बेबी का सहारा लेते है तो कुछ ऐसे भी है जो ईश्वर की शरण लेते है. लेकिन मेवाड़ में एक ऐसा कुंड है जहां पर डुबकी लगाने से ही संतान प्राप्ति का सुख मिलता है. यह दावा किया है प्रतापगढ़ जिले के मंदाकिनी कुंड के पुजारियों ने, जहां आज भी आदिवासी परंपरा के अनुसार कुंड में डुबकी लगाकर ही संतान प्राप्ति का आशीर्वाद लिया जा रहा है.
आस्था: प्रतापगढ़ का मंदाकिनी कुंड जहां एक डुबकी से घर में गूंजती है किलकारियां
अगर आप निसंतान है काफी इलाज के बाद भी आपको संतान प्राप्ति नहीं हुई है तो मेवाड़ के प्रतापगढ़ जिले के गोमतेश्वर के पवित्र मंदाकिनी कुंड में अपनी पत्नी के साथ डुबकी लगाएं. आपको संतान प्राप्ति अवश्य होगी. यहां के स्थानीय निवासी व आदिवासी लोग इसी मान्यता के चलते सदियों से इस कुंड को बड़ा धार्मिक स्थल मानते है.
मेवाड़ के आदिवासी अंचल में लंबे समय से यह परंपरा चलती आ रही है कि जिस भी दंपत्ति के घर संतान नहीं होती वे इस कुंड में डुबकी लगाकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद लेते है. यह मान्यता लंबे समय से इस कुंड को एक बड़े धार्मिक स्थल के रूप में बदल चुकी है. यहां मान्यता है कि अगर कोई निसंतान अपनी पत्नी के साथ एक ही वस्त्र धारण कर मंदाकिनी कुंड में डुबकी लगाता है तो उसके घर में किलकारी अवश्य गूंजती है. और इसी के चलते सालों से निराश आदिवासी और अन्य लोग यहां डुबकी लगाने आते है.
कुंड प्रशासन द्वारा लिखित में इस तरह का दावा भी किया गया है. यहां के पुजारी कुंड में नहाने से संतान प्राप्ति की गारंटी देते हैं तो वहीं कई लोग इसे महज एक इत्तेफाक भी करार देते हैं.