उदयपुर. राज्य सरकार द्वारा नगर निकाय चुनाव से पहले लगातार लिए जा रहे फैसलों पर राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने सवाल खड़े किए है. कटारिया ने कहा कि राजस्थान में नगर निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने लोकतंत्र का तमाशा बना दिया है.
गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेस पर साधा निशाना वहीं कटारिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार जिस प्रकार के निर्णय कर रही है वह अविवेकपूर्ण तरीके की पराकाष्ठा है. जिस तरह नगर निकाय चुनाव में हाइब्रिड फार्मूला लागू कर पूंजीवाद को बढ़ावा देने की कोशिश प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने की है, ऐसे में भाजपा उसका विरोध करती है.
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वहीं उन्होंने बताया कि पहले नगर निगम के क्षेत्रों का परिसीमन किया गया, लेकिन सरकार द्वारा वार्डो में जनसंख्या बढ़ाने के आधार को नहीं बताया गया, यही नहीं पहले प्रत्यक्ष तौर पर महापौर फिर अप्रत्यक्ष तौर पर महापौर और अब बाहरी आदमी के महापौर बनाने का निर्णय किया गया है, जो कि गलत है. कटारिया ने कहा कि बाहरी आदमी को महापौर बनाए जाने पर दोनों ही पार्टियों में पैसे वाला आदमी ही महापौर की कुर्सी पर आसीन हो पाएगा.
कटारिया ने कोटा, जयपुर और जोधपुर में सरकार द्वारा दो महापौर बनाए जाने के निर्णय को भी गलत ठहराते हुए इसे अविवेकपूर्ण बताया. कटारिया ने कहा कि जिस पार्टी का उपमुख्यमंत्री सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहा है. इससे बड़ा लोकतंत्र का तमाशा और नहीं हो सकता.
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कटारिया ने गहलोत पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में इतनी मनमानी किसी भी सरकार में नहीं देखी. कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार बचाने की चिंता में इस तरह के कानून लागू कर रहे हैं, जो कि राजस्थान के लिए शर्मनाक है.