श्रीगंगानगर.जिले के इतिहास में एक अध्याय उस समय जुड़ गया जब यहां की धरा पर अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन पहुंचा. यह नगर कीर्तन एक अगस्त को पाकिस्तान के गुरुद्वारा ननकाना साहब से रवाना हुआ था. गुरुनानक देव जी के 550 वें प्रकाशोतस्व पर अंतर्राष्ट्रीय नगर कीर्तन पहुंचने पर यहां सिख समाज के लोगों की श्रद्धा की मिसाल ही कायम हुई है.
गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर अंतराष्ट्रीय नगर कीर्तन के श्रीगंगानर पहुंचने पर हुआ स्वागत पाकिस्तान में स्थित ननकाना साहिब से रवाना होने के बाद यह नगर कीर्तन भारत देश के कोने-कोने से होते हुए सोमवार मध्यरात्रि को गंगानगर पहुंचा. नगर कीर्तन के स्वागत के लिए शहरवासी रात भर जागे. हालांकि यात्रा के पहुंचने का समय सोमवार शाम 4 बजे का था लेकिन किसी कारणवश आगमन रात तीन बजे हो सका.
पढ़ेंःनोबेल पुरस्कार से नवाजे जाने पर अभिजीत बनर्जी ने पत्नी संग कुछ यूं जाहिर की अपनी खुशी
यात्रा के दर्शनों के लिए मंगलवार अलसुबह से ही गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह में सिख संगतों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा. यात्रा में आकर्षण का केंद्र एक विशेष वाहन रहा, जिन पर श्री गुरु नानक देव जी के खड़ाऊ व श्री गुरु गोविंद सिंह जी के शस्त्रों को सजाया हुआ था. इन शस्त्रों और खड़ाऊ के दर्शन के लिए संगत में होड़ मची रही.
पढ़ेंः कांग्रेस किसी भी प्रणाली से करा ले निकाय प्रमुख के चुनाव, सूपड़ा होगा साफ : कालीचरण सराफ
हर कोई इस यात्रा के दर्शन कर अपना अपने आप को धन्य महसूस कर रहा था. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे यात्रा गुरुद्वारा दीप सिंह से रवाना हुई जो 5 बजे गुरुद्वारा होते हुए पंजाब में प्रवेश किया. पंजाब के अबोहर कस्बे में भी नगर कीर्तन का भव्य स्वागत सिख संगतों द्वारा किया गया.