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Exclusive: स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट बना कोविड वैक्सीन के नाम पर आम जनता से कर रहे ऑनलाइन ठगी

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Published : Feb 4, 2021, 10:54 PM IST

ऑनलाइन ठगी करने वालों ने वैक्सीन को भी अपना हथियार बना लिया है और कोविड-19 वैक्सीन के नाम पर वे आम जनता से ठगी करने पर जुट गए हैं. पूर्णतया निशुल्क लगने वाली इस वैक्सीन को लगाने के नाम पर ये लोगों को ऑनलाइन पैसा वसूल, उन्हें चूना लगाने और ठगी को अंजाम दे रहे हैं. धोखाधड़ी करने वाले एक्सपर्ट साइबर ठगों ने मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की फर्जी वेबसाइट बना ली है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन फ्रॉड कर रहे हैं.

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स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट बना कोविड वैक्सीन के नाम पर आम जनता से कर रहे ऑनलाइन ठगी

कोटा.कोविड-19 से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकार आम जनता को भी व्यक्ति लगाने की तैयारी कर रही है. आम जनता भी इसे जल्द से जल्द लगवाने की इच्छुक है. ऐसे ही लोगों को लूटने के लिए साइबर ठग भी अब पनप गए हैं, जो कि वैक्सीन के नाम पर ठगी करने के लिए भोले भाले लोगों को लूटने में जुटे हुए हैं. ऑनलाइन ठगी करने वालों ने वैक्सीन को भी अपना हथियार बना लिया है और कोविड-19 वैक्सीन के नाम पर वे आम जनता से ठगी करने पर जुट गए हैं. पूर्णतया निशुल्क लगने वाली इस वैक्सीन को लगाने के नाम पर यह लोगों को ऑनलाइन पैसा वसूल, उन्हें चूना लगाने और ठगी करने से भी नहीं चूक रहे हैं. यहां तक कि धोखाधड़ी करने वाले एक्सपर्ट साइबर ठगों ने मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की फर्जी वेबसाइट बना ली है. जिसके जरिए ही वो ऑनलाइन फ्रॉड और लूट का काम कर रहे हैं. साथ ही वे हजारों रुपए एक वैक्सीन की डोज के वैक्सीन के वसूल रहे हैं, जिसके जरिए लाखों करोड़ों रुपए की चांदी की रोज कूट रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट बना कोविड वैक्सीन के नाम पर आम जनता से कर रहे ऑनलाइन ठगी

इस तरह से लूटने के बना रखी है प्लानिंग

साइब अटैक आम जनता के मोबाइल नंबर पर पैसे लेकर वैक्सीन वैक्सीन लगाने का टेक्स्ट मैसेज भेजा जाता है. इसके बाद उस व्यक्ति को एक नंबर दे दिया जाता है. जिस पर फोन तो नहीं लगता है, लेकिन व्हाट्सएप चालू होता है. साथ ही इस मैसेज में जानकारी होती है कि अगर कोविड-19 की वैक्सीन उन्हें लगानी है, तो व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करें. कोई भी व्यक्ति जो वैक्सीन लगाने का इच्छुक होता है अगर इस पर मैसेज कर देता है, तो उससे पैसे की मांग की जाती है. साथ ही इसमें एक लिंक भी उसे दे देते हैं. जिसके जरिए ये फर्जी मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की हुबहू तैयार फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है. जहां पर रजिस्ट्रेशन करने को कहते हैं. साथ ही उसके लिए पैसा मांगा जाता है जो कि 4,000 और 6,000 रुपए की दो अलग अलग तरीके की वैक्सीन बताई जाती है.

फाइजर की वैक्सीन भेजने का कर रहे हैं दावा

व्हाट्सएप चैट के दौरान साइबर ठग ने ये दावा किया कि वो फाइजर की वैक्सीन भेजेगा. हालांकि जब उससे पूछा गया कि वो वैक्सीन को कोरियर करेगा या किस तरह से डिलीवरी देगा, तो उसने बताया कि नजदीकी अस्पताल की जानकारी उन्हें पेमेंट करने के बाद दे दी जाएगी. जहां पर उन्हें जाकर वैक्सीन लगवाना है. साथ ही उसने कहा कि जब वैक्सीन के लिए भुगतान कर दिया जाए, तो उसका स्क्रीनशॉट उसे व्हाट्सएप किया जाए. जिसके बाद ही ऑर्डर एक्सेप्ट किया जाएगा और वैक्सीन के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा जाएगा.

भुगतान के बाद ही मांग रहा एड्रेस

व्हाट्सएप चैट के जरिए फर्जी साइबर ठगों ने यह भी बताया कि इस वैक्सीन के लिए काफी रिजर्वेशन उनके पास है. ऐसे में तुरंत वैक्सीन लगाना है तो आज ही ऑर्डर करना होगा. वह 5 फरवरी से आर्डर भी बंद कर रहे हैं. उसने कहा कि भुगतान करने के बाद ही वेबसाइट एड्रेस की जानकारी लेगी और उसके बाद नजदीकी अस्पताल को पूरी डिटेल भेज दी जाएगी. कितने लोगों को वैक्सीन लगना है और उन नजदीकी अस्पतालों को वैक्सीन भी उपलब्ध करा दी जाएगी.

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लगातार आ रहे हैं हमारे पास फोन, करेंगे कार्रवाई

कोटा के सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तवर का भी कहना है कि उनके पास ऐसे फोन आ रहे हैं जिनमें इस तरह से कोविड-19 के नाम पर पैसा लेने की बात कही जा रही है. हालांकि इस तरह के साइबर ठग के बारे में वह पूरी पड़ताल कर रहे हैं और उन्हें जो जानकारी मिलेगी उसके बाद में इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू करेंगे. साथ ही इनको पकड़ने के लिए पूरा इंतजाम किया जाएगा. सीएमएचओ डॉ. तंवर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कोविड-19 को निशुल्क लगा रही है. जिसके लिए भी पूरी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पारदर्शी है.

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