कोटा.नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की आयोजित देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (JEE main 2021 Exam analysis) के चौथे और अंतिम चरण मंगलवार को तीसरा दिन था. इस परीक्षा के दोनों शिफ्टों में केमिस्ट्री विषय के इनॉर्गेनिक पार्ट से पूछे गए कुछ फैक्ट बेस्ड प्रश्नों ने विद्यार्थियों को परेशान किया.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा और निजी कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने बताया कि मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स विषय में कई प्रश्न पिछले प्रश्न पत्रों से रिपीट हुए. गणित विषय का प्रश्न-पत्र परंपरागत तौर पर लंबा ही रहा. मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स में कॉलम मैचिंग और केमिस्ट्री में असर्शन रीजन आधारित प्रश्न भी पूछे गए. बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, बीओडी ऑफ क्लीन एंड पोल्यूटेड वॉटर, पोर्टलैंड सीमेंट के इनग्रेडिएंट्स और पॉलीमर नोवेलेक से संबंधित प्रश्नों ने निश्चित तौर पर डिस्टर्ब किया.
फिजिक्स : सेमीकंडक्टिंग-डिवाइसेज व करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा भारी
मॉर्निंग शिफ्ट के प्रश्न पत्रों में सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज और करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा काफी भारी रहा. सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज से वेव शैपिंग बाय डायोड और लॉजिक-गेट पर स्तरीय प्रश्न पूछे गए. करंट इलेक्ट्रिसिटी से आरसी-सर्किट, पोटेंशियल-ड्रॉप, इक्वलेंट-रेजिस्टेंस कैलकुलेशंस के साथ ही गेलवानोमीटर के अमीटर में परिवर्तन पर भी प्रश्न पूछा गया. शेष प्रश्न मॉडर्न-फिजिक्स, मैकेनिक्स, ग्रेविटेशन, प्रॉपर्टीज ऑफ मैटर और थर्मोडायनेमिक्स से पूछे गए. ऑप्टिक्स से 2 प्रश्न, मैकेनिक्स से 5 प्रश्न, थर्मोडायनामिक्स से 2 या 3 प्रश्न और सेमीकंडक्टर्स से 2 प्रश्न पूछे गए थे. न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न थ्योरेटिकल प्रश्नों की तुलना में संख्या में अधिक थे. सभी लगभग न्यूमेरिकल सरल और फार्मूला आधारित थे.
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