कोटा.प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट की बजरी पर रोक है, लेकिन खनन विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. बजरी माफियाओं ने बजरी निकासी के लिए एक प्लांट ही लगा लिया है.
यह प्लांट वैसे तो बूंदी जिले में स्थित है, लेकिन कोटा खनन विभाग के अधिकारियों के अधीन है. यह प्लांट झालीजी का बराना में मेज नदी पर लगा हुआ है. यहां से हजारों टन बजरी अवैध रूप से निकाली जा रही है. बजरी को डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉली से आसपास के इलाके में भेज दिया जाता है. यहां से सर्वाधिक बजरी कोटा शहर में आती है, लेकिन खनन विभाग के अधिकारियों ने शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की.
शिकायत पर केवल नोटिस देकर इतिश्री
बजरी माफियाओं पर अधिकारी इतने मेहरबान हैं, कि सब कुछ जानकारी के बावजूद आंखें बंद किए हुए हैं. ग्रामीणों ने इस प्लांट की शिकायत की, उसके बाद कोटा माइनिंग इंजीनियर के निर्देश पर प्लांट की जांच के लिए फोरमैन गए. खनन विभाग के कार्मिक वहां जाकर सर्वे किए और अवैध प्लांट की शिकायत पर जांच भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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