कोटा.सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की तिथि की घोषणा आज कर दी. इसके साथ ही इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस की तैयारी कर रहे स्टूडेंट के सामने संकट खड़ा हो गया है. क्योंकि 24 मई को 12वीं बोर्ड में बायोलॉजी का पेपर है और इसी दिन जेईई मेन की परीक्षा भी आयोजित होनी है. ऐसे में यदि मैथ्स व बायोलॉजी दोनों विषयों को चयनित करने वाले स्टूडेंट्स को जेईई मेंस मई अटेम्प के दौरान 24 मई का स्लॉट आवंटित कर दिया जाता है तो इन स्टूडेंट्स को जेईई मेंस मई अटेम्प्ट का अवसर छोड़ना होगा.
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एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस तरह के विद्यार्थियों की मदद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कर सकती है. ऐसे सभी विद्यार्थियों से वे एक फॉर्म भरवालें कि उनको बायोलॉजी और मैथ्स दोनों में परीक्षा देनी है. साथ ही मई में भी अटेंड जेईई मेंस भी देना है तो 24 मई की जगह दूसरा दिन उनको नेशनल टेस्टिंग एजेंसी दे सकती है. इस तरह से बीते साल एनडीए-एनए परीक्षा में भाग लेने वाले स्टूडेंट के लिए व्यवस्था की गई थी.
देव शर्मा ने बताया कि 10वीं बोर्ड की परीक्षा आगामी 6 मई और 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी. इस वर्ष 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं का आयोजन 2 पारियों में होगा. प्रथम शिफ्ट में परीक्षा आयोजन सुबह 10:30 से 1:30 बजे तक व द्वितीय शिफ्ट में परीक्षा दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक होगा.
स्टूडेंट्स के लिए जेईई मेंस का फरवरी अटेम्प्ट ज्यादा इंपॉर्टेंट
बारहवीं बोर्ड के साथ ही इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस 2021 की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए फरवरी अटेम्प्ट ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए अप्रैल व मई माह 12 वीं बोर्ड की परीक्षा की तैयारी व 12वीं बोर्ड की परीक्षा देने में व्यतीत होंगे. ऐसी स्थिति में विद्यार्थी जेईई मेंस अप्रैल व मई अटेम्प्ट पर अधिक फोकस नहीं कर पाएंगे. जेईई मेंस मार्च अटेंप्ट पर भी 12वीं बोर्ड की प्रैक्टिकल एग्जाम का असर होगा. यह प्रैक्टिकल एग्जाम 1 मार्च से शुरू होंगे और जेईई मेंस परीक्षा 15 से 18 मार्च के बीच होगी. ऐसे में 12वीं बोर्ड में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे जेईई मेंस का फरवरी अटेम्प्ट पूरी क्षमता के साथ देकर सर्वाधिक स्कोर बनाने की कोशिश करें.