कोटा. जिला के मेडिकल कॉलेज की पीसीआर लैब में हुई कोरोना वायरस टेस्ट की जांच रिपोर्ट सोमवार शाम को भी जारी हुई. इसके तहत 4 नए मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसको मिलाकर कोटा में सोमवार को 7 नए मरीज सामने आए हैं, जिन्हें मिलाकर संख्या 165 पहुंच गई है.
बता दें कि सोमवार शाम को 4मरीजों की रिपोर्ट आई है, उनमें एक बाड़ी निवासी 24 वर्षीय युवक है, जिसको परिजनों ने 24 तारीख को ही तबीयत खराब होने पर मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भर्ती करवाया था. उसके लगातार उल्टियां होने की शिकायत हो रही थी. इसके बाद 24 तारीख की शाम को ही उसका नमूना लिया गया था. जिसकी सोमवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
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वहीं, इसके अलावा पॉजिटिव मरीजों में पाटनपोल निवासी 44 वर्षीय व्यक्ति शामिल है. साथ ही इसके अलावा 2 नए पॉजिटिव मरीज एक कंपनी के श्रमिक हैं. इस कंपनी के श्रमिक पहले ही पॉजिटिव आ चुके हैं. जिला प्रशासन ने खेडली फाटक की छोटूजी की बाड़ी में एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगा दिया है.
एंबुलेंस चालक भी संक्रमित
बता दें कि सोमवार सुबह जारी हुई सूची में 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए थे, जिसमें एक निजी अस्पताल का एंबुलेंस ड्राइवर था. हालांकि इस मामले की पड़ताल में सामने आया कि इस एंबुलेंस को जिला प्रशासन ने अधिग्रहित किया हुआ है. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने ले जाने और अस्पताल में भर्ती करवाने के कार्य में लगाया हुआ है. ऐसे में यह मरीज जो कि प्रताप नगर दादाबाड़ी में ही किराए से रहता है, वह किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद ही पॉजिटिव आया है.
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वहीं, दो अन्य मरीजों में एक इंद्रा मार्केट निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति है. जबकि दूसरा व्यक्ति 70 वर्षीय लखारापाड़ा निवासी है, जिसकी सोमवार को उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में बने हुए कोरोना पॉजिटिव आईसीयू में हुई है.
डायलिसिस के पहले होगा कोविड-19 टेस्ट
कोटा मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में डायलिसिस करवाने आने वाले मरीजों को अब पहले कोविड-19 टेस्ट करवाना होगा. इसके निर्देश मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने जारी कर दिए हैं. आदेश के अनुसार ट्रैवल हिस्ट्री, कोरोना हॉटस्पॉट एरिया या फिर किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को डायलिसिस के 1 दिन पहले अपना कोरोना वायरस टेस्ट करवाना होगा. उस टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही डायलिसिस मरीज की हो पाएगी. इसके अलावा मरीज और उसके परिजन डायलिसिस यूनिट के स्टाफ से दूरी बनाए रखें और चेहरे पर मास्क लगाकर ही प्रवेश करें.