जयपुर. विद्या संबल योजना के तहत सरकारी स्कूल, आवासीय स्कूल और छात्रावासों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर गेस्ट फैकल्टी लगाने का आदेश प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रास नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि राज्य सरकार ने इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 10 हजार भर्ती की बजट घोषणा तो की है, लेकिन वहां शिक्षकों को संविदा पर लगाया जा रहा है. इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में अंतर है.
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्या संबल योजना के तहत विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए रिटायर्ड शिक्षकों को लगाया जा रहा है. इसके लिए इच्छुक शिक्षकों से आवेदन मांगे गए. चयनित रिटायर्ड शिक्षक माध्यमिक सैटअप के विद्यालयों में छात्रों को पढ़ाएंगे. राज्य सरकार ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को भी सरकारी स्कूलों में रिक्त पदों पर गेस्ट फैकल्टी पर नियुक्ति (appointment of guest faculty on vacant posts) का मौका दिया है. बेरोजगार युवाओं को नियुक्ति के लिए लेवल-1 और लेवल-2 रीट परीक्षा को पास करना होगा. इनकी नियुक्ति निर्धारित मानदेय पर अस्थाई तौर पर सत्र के आखिर तक या पद भरने तक होगी. रिक्त पद भरे जाने पर ये व्यवस्था स्वत: खत्म हो जाएगी.
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बेरोजगार युवाओं के लिए ये रखी गई हैं पात्रता: व्याख्याताओं के लिए बीएड सहित ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन संबंधित विषय में पास होना अनिवार्य है. सैकंड ग्रेड टीचरों को नियुक्ति के लिए स्नातक और बीएड में पास होना जरूरी है. वहीं लेवल 2 में नियुक्ति के लिए बीएड सहित यूजी में 50 प्रतिशत अंकों के साथ रीट लेवल-2 परीक्षा में उत्तीर्ण होना जरूरी है, जिसकी वैधता समाप्त नहीं हुई हो वहीं आवेदन कर सकते हैं. लेवल-1 के लिए डीएलएड सहित 12 वीं में 50 प्रतिशत अंक और रीट लेवल-1 परीक्षा में पास होना जरूरी है. पीटीआई में सीपीएड, डीपीएड/ बीपीएड और 12वीं पास होना अनिवार्य है. और प्रयोगशाला सहायक के लिए संबंधित विषयों में 12वीं पास होना (unemployed youth of Rajasthan) जरूरी है.
संविदा पर लगाने का फैसला बेरोजगारों को नहीं आया रास 2 तरह के मानदेय:इसके लिए 2 तरह से मानदेय रखा गया है. पहला, प्रति घंटा 300 से 400 रुपए, जबकि दूसरे में 21 से 30 हजार रुपए तक मासिक मानदेय दिया जाएगा. यानी जो घंटे के हिसाब से पढ़ाएगा, उसे घंटे के अनुसार भुगतान किया जाएगा. और जो पूरे महीने पढ़ाएगा उसे मासिक मानदेय मिलेगा.
संतोषप्रद कार्य होने पर ही मिलेगा वेतन: योजना के तहत यदि गेस्ट फैकल्टी का कार्य संतोषप्रद नहीं जाता, तो उसे वेतन नहीं दिया जाएगा. इसका सत्यापन संस्था प्रधान की ओर से किया जाएगा. हालांकि शिक्षकों को संविदा पर लगाने का फैसला युवा बेरोजगारों को रास नहीं आ रहा. बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि स्कूलों में गेस्ट फैकेल्टी की जगह संविदा पर शिक्षक लगाए जा रहे हैं. दूसरी तरफ राज्य सरकार केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध कर रही है. सरकार की कथनी और करनी में अंतर है. उपेन यादव ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पहले कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती भी संविदा पर निकाल दी थी. इस मामले का जब विरोध किया गया तब सरकार ने अपना फैसला वापस लिया.
संविदा पर नहीं, बल्कि नियमित भर्ती दे:उपेन ने कहा कि सरकार बेरोजगार युवाओं को संविदा पर नहीं, बल्कि नियमित भर्ती दे. राज्य सरकार ने इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 10 हजार भर्ती करने की बजट घोषणा की, लेकिन उन में संविदा पर शिक्षक लगाए जा रहे हैं. ऐसे में सरकार का कोई नुमाइंदा सुनने को तैयार नहीं, इसी लिए प्रदेश का युवा आक्रोशित है.
गेस्ट फैकल्टी के लिए निजी अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में होगी. इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें दो सीनियर शिक्षकों को शामिल किया जाएगा. अगर दो सीनियर शिक्षक नहीं हों, तो समिति में संबंधित सीबीईओ ब्लॉक के अन्य विद्यालयों में से दो सीनियर मेंबर्स का मनोनयन किया जाएगा. इसके अलावा योग्य अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र को विद्यालय स्तर पर आमंत्रित किया जाएगा. किसी भी रिक्त पद पर रिक्तियों से अधिक आवेदन आने पर ही वरीयता सूची तैयार कर चयन किया जाएगा. समान अंक होने की स्थिति में अधिक आयु के अभ्यर्थी को वरीयता में ऊपर रखा जाएगा.