जयपुर.राजधानी में सोमवार को दो दिवसीय ऑनलाइन वेब सेमिनार का समापन हुआ. ये आयोजन राजकीय संग्रहालय अल्बर्ट हॉल म्यूजियम और ईशान प्रमोट आर्ट एंड इंप्रूव सोसायटी, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में किया गया. इस वेबिनार में रोल ऑफ म्यूजियम टुडे इन कंसर्विंग एंड शोकेसिंग रूलर और फोक आर्ट एंड कल्चर विषय पर चर्चा किया गया.
दो दिवसीय वेबीनार का आयोजन इस वेबिनार का उद्देश्य है कि जो गांव की लोक कलाएं समाप्ति की ओर अग्रसर हो रही है, इन ग्रामीण लोक कलाओं को बचाकर किस प्रकार से रिजर्व किया जाए. इसके लिए अन्तर्राष्ट्रीय दो दिवसीय वेब सेमिनार के माध्यम से विशेषज्ञों ने भाग लेकर अपना विचार रखा. साथ ही इन कलाओं को प्रदर्शित करने व रिजर्व रखने के लिए संग्रहालय की अहम भूमिका बताया है.
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विशेषज्ञों का कहना था कि आज के संग्रहालयों की परिभाषा बदलनी होगी. बंद कमरों से बाहर निकलकर गांव के लोक कलाकारों के पास जाकर उनको प्रदर्शित करना होगा, जिससे ग्रामीण लोक कलाकारों को रोजगार के साधन भी बढेंगे. इस तरह से ग्रामीण लोक कलाओं को प्रदर्शित कर आत्मनिर्भर भारत को मजबूत बनाएगा.
वेब सेमिनार का उद्देश्य किसी रोजगार को जुटाना और किसी विषय पर काम करना होता है. वहीं, इस आयोजन में ना केवत भारत के विशेषज्ञ बल्कि नेपाल, श्रीलंका के विशेषज्ञ ने भी अपने विचार रखे. इस दो दिवसीय वेब सेमिनार में 10-10 सेशन आयोजित हुए, जिसमें विशेषज्ञों ने अपने-अपने विचार रखकर ग्रामीण लोक कलाओं जीवित रखने के बार में बताएं. वहीं, इस सेमिनार में करीब 1 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया.