जयपुर. आदिवासी मीना समाज की बैठक में समाज के उत्थान और विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान शादी-विवाह के संबंध में दादी का गोत्र हटाने का फैसला लिया गया है.
सामाजिक कार्यकर्ता और संयोजक बीएल मीना ने बताया कि राजस्थान में मीना समाज की गोत्र संख्या ज्यादा है. जिससे वैवाहिक रिश्ते करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राजस्थान में वैवाहिक संबंधों को लेकर गोत्र क्लेश हो रहा है. मीना समाज ने 65 साल पहले नानी का गोत्र हटा दिया था. आज कोर कमेटी की बैठक में दादी का गोत्र हटाने का निर्णय लिया गया है.
शादी-विवाह संबंध में दादी का गोत्र हटाने का फैसला यह फैसला उन पर लागू नहीं होगा, जिन्होंने 65 साल पहले नानी का गोत्र नहीं हटाया था. अब दादी का गोत्र हटाने से राजस्थान मीना समाज के लोग दादी के गोत्र में भी शादी संबंध कर पाएंगे. इसको लेकर अब महापंचायत रखी जाएगी. साथ ही विवाह के लिए पलायन भी रुक सकेगा.
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राजस्थान आदिवासी मीना समाज संयुक्त कोर कमेटी की सदस्य मंजू मीना ने बताया कि शादी विवाह में दादी के गोत्र के कारण समस्याएं पैदा हो रही थीं. इस समस्या के समाधान के लिए समाज के वरिष्ठ लोग एतत्र हुए और दादी का गोत्र हटाया दिया. मीना समाज के सभी सामाजिक संगठनों ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया है.
कोर कमेटी ने प्रस्ताव पारित कर दिया है. फाइनल डिसीजन मीना समाज की महापंचायत में लिया जाएगा. आगामी समय में होने वाली महापंचायत में हर जिले के प्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा. इस बैठक में प्रदेश के 13 जिलों में कार्यरत 11 सामाजिक संगठनों के मुख्य पदाधिकारी, अनुभवी वरिष्ठ जन, शिक्षाविद, जनप्रतिनिधि, महिला और युवा शामिल हुए थे.