जयपुर. आइसक्रीम स्टिक टेक्निक बोन कैंसर से जूझ रहे रोगियों के उपचार की नवीतम तकनीक के रूप में सामने आई है. इस तकनीक की सहायता से रोगी की कैंसर ग्रसित बोन को लिक्विड नाइट्रोजन की सहायता से कैंसर मुक्त करना संभव है. यह सर्जरी भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के ऑर्थो ऑन्को सर्जन डॉ. प्रवीण गुप्ता, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. सौमी एच चौधरी की टीम की ओर से की गई है. इस सर्जरी में ईविंग सारकोमा (बोन कैंसर) से जूझ रहे 40 वर्षीय युवक के पांव की कैंसर ग्रसित बोन को बगैर शरीर से अलग किए उसे कैंसर मुक्त करने में सफलता हासिल की गई है.
डॉ. प्रवीण गुप्ता ने बताया कि बोन कैंसर के रोगियों में बोन को कैंसर मुक्त करने के लिए रेडिएशन दिया जाता है या उस बोन को निकालकर उसके स्थान पर आर्टिफिशल बोन को लगाया जाता है. इन दोनों टेक्निक से एडवांस है आइसक्रीम स्टिक टेक्निक. इसमें बोन के जिस हिस्से में कैंसर है उस के एक हिस्से पर कट लगाकर उसे बाहर की ओर घुमाकर 20 मिनट तक लिक्विड नाइट्रोजन में डूबो कर रखा जाता है. इसका तापमात 160°C होता है.
पढ़ेंःकांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही उनके लगाए आरोप मिथ्या साबित हो गएः गुलाबचंद कटारिया