जयपुर.कोरोना संक्रमण लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है. इससे संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है. इसके अलावा इस महामारी का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पर देखने को मिल रहा है. हवाई मार्ग और रेल यातायात हो या सड़क यातायात हो तीनों की स्थिती सामान्य नहीं हो पा रही है.
कोरोना का ट्रांसपोर्ट पर असर रेल यातायात की बात की जाए तो रेल प्रशासन की ओर से लगातार ट्रेनों के संचालन को रद्द किया जा रहा है. दूसरी ओर एयरलाइंस की ओर से कम यात्री भार के चलते लगातार फ्लाइट के संचालन को भी रद्द किया जा रहा है. रोजाना 1 दर्जन से अधिक फ्लाइट रद्द हो जाती है. जिसके चलते भी यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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इसके साथ ही सड़क यातायात की बात की जाए तो राज्य सरकार की ओर से एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर भी प्रतिबंध लगा रखा है. इसके साथ ही अनुशासन पखवाड़े को भी आगे बढ़ा दिया है. जिसके चलते सड़क यातायात भी सामान्य नहीं हो पा रहा है. वहीं, रेल यातायात की बात की जाए तो उत्तर पश्चिम रेलवे के उप महाप्रबंधक और मुख्य जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशिकिरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे लगातार यात्री गाड़ियों की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही वर्तमान में कोविड-19 की परिस्थिति और यात्री भार के अनुसार ही ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.
लेफ्टिनेंट ने बताया कि वर्तमान में यात्री भार को देखते हुए 75 फीसदी ट्रेनों का संचालन अभी किया जा रहा है. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रेल प्रशासन की ओर से 75 ट्रेनों का संचालन बंद किया है. इसका सबसे बड़ा कारण यात्री भार में कमी आना बताया जा रहा है. इसके साथ ही उप महाप्रबंधक लेफ्टिनेंट शशिकिरण की ओर से यात्रियों से अपील की गई कि यात्री ट्रेनों के अंतर्गत सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करते हुए ही यात्रा करें. जिससे बढ़ रहे कोविड- 19 के संक्रमण को रोका जा सकता है.