राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

राज्यपाल ने राजभवन में देसी गौवंश आधुनिक दुग्धशाला का किया उद्घाटन - Governor Kalraj Mishra

राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को राजभवन में राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (राजुवास) बीकानेर की ओर से निर्मित देसी गौवंश आधुनिक दुग्धशाला का उद्घाटन किया.

राज्यपाल कलराज मिश्र, Governor Kalraj Mishra
राज्यपाल कलराज मिश्र

By

Published : Apr 14, 2021, 5:08 PM IST

जयपुर.राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को राजभवन में राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (राजुवास) बीकानेर की ओर से निर्मित देसी गौवंश आधुनिक दुग्धशाला का उद्घाटन किया.

राज्यपाल मिश्र को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कर्नल विष्णु शर्मा ने बताया कि गौशाला में गौवंश के लिए चारे, आराम, साफ सफाई और स्वास्थ्य की दृष्टि से उचित व्यवस्था की गई है. तेज गर्मी से बचाव के लिए यहां फव्वारा प्रणाली, गौवंश की स्वच्छता के लिए स्विंगिंग गाय ब्रश, स्वचालित स्नान के उपकरण लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ेंःExclusive : महाराणा प्रताप को लेकर इस प्रकार की भाषा शोभा नहीं देती : रघुवीर मीणा

इससे पहले राज्यपाल मिश्र ने गौशाला का अवलोकन कर वहां गौवंश की देखभाल के लिए विकसित की गई अत्याधुनिक सुविधाओं और उपकरणों की कार्य प्रणाली को समझा. उन्होंने गौशाला में की गई व्यवस्थाओं को संतोषप्रद बताते हुए सराहना की. उन्होंने इस दौरान गायों को हरा चारा और गुड़ खिलाकर दुलार किया. राज्यपाल मिश्र ने विश्वविद्यालय के त्रैमासिक न्यूज लेटर का विमोचन भी किया.

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्दराम जायसवाल, पशु चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर की डीन प्रो. संजीता शर्मा, राजुवास बीकानेर के नोडल अधिकारी प्रो. जीएस गौतम और असिस्टेंट प्रो. डाॅ. नवाब सिंह सहित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.

राज्यपाल ने अम्बेडकर जयन्ती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को राजभवन में संविधान निर्माता बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 130वीं जन्म जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्यपाल मिश्र ने सभी देशवासियों से बाबा साहेब के 'बहुजन हिताय बहुजन सुखाय' के दर्शन और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान भी किया.

यह भी पढ़ेंःनाथी का बाड़ा और बवाल, पूरे रियासत में मदद के लिए जानी जाती थी 'नाथी मां'...जानिये पूरी कहानी

राज्यपाल मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि बाबा साहेब ने भारतीय संविधान में यह सुनिश्चित करने की पहल की कि देश में किसी भी हिस्से में रहने वाले नागरिकों के लिए जातीय और भाषायी आधार पर कोई भेद भाव नहीं हो, उनका स्पष्ट रूप से मानना था कि देश के सभी नागरिक पहले भारतीय हैं उसके बाद ही उनकी कोई और पहचान है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details