जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को वन एवं पर्यटन विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान बोलते हुए भाजपा विधायक दल के उप नेता राजन राठौड़ ने पेड़ पौधों की बात करते हुए उनके धार्मिक महत्व की गाथा सदन में बताई. राठौड़ ने संबोधन में गरुड़ पुराण का जिक्र करते हुए पीपल के पेड़ का महत्व बताया. साथ ही राजस्थान में खेजड़ी के पेड़ को लेकर हुए बलिदान की कहानी भी सुनाई और सरकार से मांग कर डाली कि राजस्थान में खेजड़ी के पेड़ के इतिहास को लेकर डॉक्यूमेंट्री बनाकर दिखाना चाहिए.
पीपल के पेड़ में देवताओं का वास, खेजड़ी के इतिहास पर बनाए डॉक्यूमेंट्री : राजेंद्र राठौड़ - धार्मिक महत्व
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बुधवार को वन एवं पर्यटन विभाग की अनुदान मांगों पर बोलते हुए सदन में पेड़ों का धार्मिक महत्व बताया. साथ ही सरकार से खेजड़ी के पेड़ के इतिहास को लेकर डॉक्यूमेंट्री बनाने की बात कही. इस दौरान पर्यावरण प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि भाजपा अपने सदस्यता अभियान के तहत हर बूथ पर 10 पौधे लगाने का काम कर रही है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हर परिवार को अपने निवास के आसपास कम से कम 10 पौधे लगाने चाहिए. क्योंकि यह केवल पर्यावरण के लिए ही बेहतर नहीं है बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. इस दौरान राठौड़ ने विश्व में पर्यावरण प्रदूषण की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि सदस्यता अभियान के दौरान हर बूथ पर कम से कम 10 पौधे लगाने का काम बीजेपी कर रही है.
अनुदान मांगों पर बोलते हुए राजेंद्र राठौड़ ने सदन में मौजूद पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह पर भी चुटकी ली. राठौड़ ने कहा कि जब विश्वेंद्र सिंह अपनी राजसी वेशभूषा पहनकर और सर पर कलंगी के साथ हाथों में तलवार लेकर निकले तो पर्यटक भी आकर्षित होंगे. ऐसे में सदन में मौजूद सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा फिर तो इनके एडीसी की भी जरूरत होगी. तो राठौड़ ने कहा यदि मुझे बना ले तो बड़ी मेहरबानी होगी.