जयपुर.राजस्थान में बेकाबू होते कोरोना के संक्रमण (Corona in Rajasthan) के बीच कांग्रेस और भाजपा ने अपने सभी आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों में बदलाव कर दिया है. कांग्रेस ने पीसीसी में मंत्री सुनवाई का कार्यक्रम आगामी दिनों के लिए स्थगित कर दिया है. वहीं भाजपा भी कार्यक्रमों में बहुत कुछ बदलाव की बात तो कहती है, लेकिन उनके नेता दौरों और प्रवास (Rajasthan Politicians Election tours) की सियासत में व्यस्त हैं. यूपी और पंजाब में राजस्थान से डेढ़ सौ से अधिक नेता चुनावी दौरे पर गए हुए हैं.
यूपी-पंजाब की 67 सीटों पर पसीना बहा रहे राजस्थान भाजपा के 160 नेता
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पिछले 7 जनवरी से बाड़मेर जैसलमेर के प्रवास पर है. तो वहीं प्रदेश भाजपा से जुड़े कई पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की एक बड़ी फौज उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में अपना पसीना बहाने पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश में जहां भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, विधायक कन्हैया लाल और पूर्व विधायक रामहित यादव के नेतृत्व में 80 से अधिक भाजपा राजस्थान के कार्यकर्ता मोर्चा संभाले हुए हैं. इन कार्यकर्ता और नेताओं को उत्तर प्रदेश में 38 विधानसभा क्षेत्रों में अलग-अलग जिम्मेदारी संगठन ने दी है.
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इसी तरह पंजाब विधानसभा चुनाव में भी राजस्थान भाजपा प्रदेश सचिव अशोक सैनी भादरा के नेतृत्व में 80 कार्यकर्ता और नेता मोर्चा संभाले हुए हैं. राजस्थान के इन नेताओं को पंजाब के 9 जिलों में 31 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है जहां वे चुनावी प्रचार से लेकर प्रबंधन तक में व्यस्त हैं.
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संक्रमण बढ़ा लेकिन नेताओं में भय नहीं
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा (Increase in Corona infected patients) होने के बावजूद भाजपा से जुड़े यह नेता अलग-अलग क्षेत्रों में ही सही लेकिन पार्टी के लिए होने वाले कार्यक्रमों में व्यस्त हैं. वहीं दूसरी ओर राजस्थान में अब राजनीतिक दृष्टि से बीजेपी ने अपने बड़े कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वहीं छोटे-मोटे कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से पूरे किए जा रहे हैं. हालांकि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध को लेकर विरोध के जो निर्देश आए थे उसकी पालना में यहां से जुड़े नेता धरने पर भी बैठे और अन्य प्रकार से विरोध प्रदर्शन भी किया लेकिन अब फिलहाल इन कार्यक्रमों को भी रोक दिया गया है.