गिरिडीह/जयपुर: जिला के बेंगाबाद पुलिस की मदद से साइबर अपराध में संलिप्त दो शातिर अपराधियों को राजस्थान पुलिस ने दबोचने में सफलता पाई (Rajasthan Police In Jharkhand) है. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी देवघर जिला के मधुपुर से हुई है. बेंगाबाद इंस्पेक्टर कमलेश पासवान के नेतृत्व में राजस्थान पुलिस और बेंगाबाद पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को पकड़ लिया. दोनों आरोपी बेंगाबाद थाना क्षेत्र के लुप्पी पंचायत के लोधरातरी स्थित कुंजलहीर गांव के रहने वाले हैं. दोनों मधुपुर स्थित एक रेस्टोरेंट में पार्टी कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस टीम ने सफेद लिबास में पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार किया. आरोपियों पर राजस्थान के एक अधिकारी के खाते से 8 लाख से अधिक रुपये ठगी करने का आरोप है. आरोपी मंटू यादव और पप्पू यादव को राजस्थान पुलिस रिमांड पर अपने साथ ले गई.
Rajasthan Police In Jharkhand: गिरिडीह के रेस्त्रां में पार्टी कर रहे थे 2 साइबर अपराधी, पुलिस ने किया गिरफ्तार - rajasthan hindi news
गिरिडीह पुलिस की मदद से राजस्थान पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार (Rajasthan Police In Jharkhand) किया है. राजस्थान में एक अधिकारी के खाते से 8 लाख 70 हजार की ठगी के आरोप में इन्हें पकड़ा गया है. दोनों साइबर अपराधी देवघर के एक रेस्टोरेंट में पार्टी कर रहे थे, जहां से पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. फिलहाल राजस्थान पुलिस रिमांड पर उन्हें अपने साथ ले गई.
ऐसे हुई गिरफ्तारी: मिली जानकारी के अनुसार अपराधियों की तलाश में राजस्थान के जोधपुर जिला अंतर्गत रातानाडा साइबर थाना की पुलिस बेंगाबाद पहुंची थी. बेंगाबाद पहुंचने के बाद दोनों आरोपियों का सत्यापन किया गया. आरोपियों के मधुपुर में होने की सूचना मिलने के बेंगाबाद इंस्पेक्टर कमलेश पासवान के नेतृत्व में टीम गठित कर दबिश दी गई, जहां दोनों को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में जानकारी देते हुए राजस्थान से आए सब इंस्पेक्टर कन्हैया लाल ने बताया कि रातानाड़ा थाने में 25 मई 2022 को कांड रजिस्टर किया गया. जिसमें एक रेलवे अधिकारी के खाते से 8 लाख 70 हजार रुपये ठगी करने का आरोप है. उन्होंने बताया कि कांड अंकित होने के बाद जांच पड़ताल में अपराधी का तार गिरिडीह के बेंगाबाद से जुड़ा हुआ पाया गया. जिसके बाद वे लोग बेंगाबाद पहुंचे और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
धंधे में है महारथ: इन अपराधियों को धंधे में महारथ हासिल है. कुछ साल पहले आरोपियों की खस्ता हालत थी लेकिन, साइबर फ्रॉड के धंधे में आने के बाद इनके दिन बहुरने लगे और करोड़पति बनने तक का सफर तय किया. आरोपी बैंक अधिकारी एवं बिजली विभाग के अधिकारी बन कर लोगों को झांसे में लेते हैं और उनकी गाढ़ी कमाई लूटने का काम करते हैं. इस काम में महारथ हासिल करने के लिए आरोपियों के साइबर अपराध के गढ़ जामताड़ा में ट्रेनिंग लेने की बात भी बताई जा रही है. ट्रेंड होने के बाद आरोपी कुछ साथियों के साथ टीम बनाकर धंधे को अंजाम देते रहे और करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.
ठगी के पैसे से बना रहे आलीशान घर: जानकारी मिली है कि आरोपी अपने गांव में आलीशान भवन का निर्माण करा रहे हैं. वहीं मधुपुर में जमीन और चार पहिया वाहन के मालिक हैं. बताया गया कि गिरफ्तार आरोपी मंटू यादव का बड़ा भाई समूह का मास्टरमाइंड है और पहले जेल भी जा चुका है. आरोपियों ने कई राज्यों के लोगों से करोड़ों की ठगी की है. राजस्थान में अधिकारी से ठगी के बाद पुलिस सक्रिय हुई और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई.