जयपुर.जुलाई महीने में राजस्थान में जो राजनीतिक उठापटक हुई थी, उसे अब दिसंबर में 6 महीने पूरे हो जाएंगे. राजनीतिक उठापटक के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के भी 14 दिसंबर को 6 महीने पूरे हो जाएंगे. लेकिन जिस रफ्तार से राजनीतिक उठापटक के समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समेत सभी अग्रिम संगठनों के अध्यक्ष नए बनाए गए थे. वह रफ्तार राजस्थान में कांग्रेस के संगठन के गठन को लेकर नहीं दिखाई दिए. हालात यह हुए कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान में बिना संगठन के ही नगर निगम, पंचायती राज और निकाय चुनाव लड़ती दिखाई दी और संगठन की कमी साफ तौर पर इन चुनाव में देखी गई.
दिल्ली से हरी झंडी मिली तो दिसंबर महीने में मिल जाएगी डोटासरा को नई टीम... - जयपुर न्यूज
जुलाई महीने में राजस्थान में जो राजनीतिक उठापटक हुई थी, उसे अब दिसंबर में 6 महीने पूरे हो जाएंगे. राजनीतिक उठापटक के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के भी 14 दिसंबर को 6 महीने पूरे हो जाएंगे.
लेकिन, अब राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर अकेले 6 महीने से राजस्थान कांग्रेस चला रहे गोविंद सिंह डोटासरा को दिसंबर महीने में उनकी नई टीम मिल सकती है. गोविंद डोटासरा की नई टीम में कौन शामिल हो, इसके लिए उनकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मंत्रणा हो गई है और सभी नामों को फाइनल कर उन्हें प्रदेश प्रभारी अजय माकन के जरिए एआईसीसी को भिजवा दिया गया है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान के ग्रीन सिग्नल देने के बाद ही राजस्थान कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित की जाएगी.
कहा जा रहा है अजय माकन से दोनों नेताओं की कार्यकारिणी को लेकर बात हो चुकी है. ऐसे में यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर महीने में राजस्थान कांग्रेस को नई कार्यकारिणी मिल जाएगी. हालांकि कहा जा रहा है कि इस कार्यकारिणी के गठन को लेकर अजय माकन की ओर से सचिन पायलट की भी राय ली जाएगी, ताकि किसी तरीके का विवाद नई कार्यकारिणी में नहीं हो. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में पायलट कैंप के नेताओं को भी समाहित किया जाएगा.