जयपुर. दिवाली का त्योहार पूरे देश और दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है. दिवाली के त्योहार पर पटाखों को लेकर भी युवाओं और बच्चों में काफी क्रेज देखने को मिलता है. लेकिन, इस बार कोरोना काल में मनाई जा रही दिवाली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटाखों पर बैन लगा दिया है. इसके बाद कई लोगों में मायूसी भी देखने को मिल रही है. कई युवा और बुजुर्ग इसे एक सराहनीय कदम बता रहे हैं, तो वहीं बच्चे पटाखे न बजा पाने से निराश हैं.
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कोरोना महामारी के बीच प्रदूषण से होने वाले नुकसान के मद्देनजर राजस्थान हाईकोर्ट ने दिवाली पर पटाखों की बिक्री को लेकर सरकार से जवाब मांगा था. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कई बार सोशल मीडिया के जरिए आतिशबाजी से होने वाले नुकसान का हवाला देते हुए इनका उपयोग नहीं करने की अपील कर चुके हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि पटाखे खतरनाक हैं. सीएम ने कहा कि त्योहार में इसके उपयोग से बचना चाहिए, क्योंकि मेडिकल विशेषज्ञों की राय और अनुभव के मुताबिक प्रदूषण के कारण कोविड-19 के मरीजों को सांस लेने में समस्या हो सकती है. इसकी वजह से मृत्यु दर में भी इजाफा होने की आशंका है. इसी परिस्थितियों में दिवाली के त्योहार पर पटाखे और आतिशबाजी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
युवाओं ने बताया सराहनीय कदम