जयपुर. राजधानी की हरमाड़ा थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नशे की पूर्ति के लिए नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बुधवार को 2 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया (Police arrested two vicious miscreants) है.
डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया कि बदमाशों ने 9 जून को हरमाड़ा थाना इलाके में एक सूने मकान को निशाना बनाकर लाखों रुपए के जेवरात और नकदी चुराई थी. इस पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो शातिर बदमाश महेश मीणा और संदीप सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में नशे का शौक पूरा करने के लिए नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है. गिरोह के सरगना महेश मीणा है जिसके खिलाफ अलग-अलग थानों में चोरी और नकबजनी के 7 मामले दर्ज हैं.
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जेल से बाहर आकर बनाई गैंग: आरोपियों से हुई प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि महेश मीणा अभी कुछ माह पहले ही चोरी के प्रकरण में सजा काटकर जेल से बाहर आया था. इसने जेल से बाहर आते ही अपने पुराने साथियों को इकट्ठा करना शुरू किया और उन सभी को नशे की लत लगाई. इसके बाद नशे की पूर्ति करने के लिए गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर सूने मकान, दुकान और कार्यालयों को निशाना बनाना शुरू किया. गिरोह के सदस्य दिनभर शहर के अलग-अलग इलाकों में घूमकर सूने मकानों की रेकी किया करते.
जिन घरों पर ताले लगे होते थे उन घरों को निशाना बनाते थे बदमाश: जिन घरों के बाहर ताले लगे मिलते हैं या गेट पर धूल जमी होती, उन मकानों को निशाना बनाकर रात में नकबजनी की वारदात को अंजाम देते. सूने मकान से चुराए गए जेवरातों को ओने-पौने दामों पर गिरवी रखकर या बेच कर अपने नशे की पूर्ति करते. जैसे ही गिरोह के सदस्यों के पास रुपए खत्म होते वैसे ही वह नई वारदात को अंजाम देते. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. जिसमें अनेक वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.