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लापरवाही का शिकार हुआ एक और मासूम, पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने बनाया शिकार - पिटबुल डॉग

सार्वजनिक पार्कों में पालतू कुत्ते घुमाने पर रोक है. पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराना भी अनिवार्य है. लेकिन इन नियमों की अनदेखी सोमवार को एक मासूम की जान पर भारी पड़ गई. जयपुर के चित्रकूट थाना इलाके में पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने एक मासूम को अपना शिकार बनाया. बच्चे की हालत गंभीर है.

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लापरवाही का शिकार हुआ एक और मासूम

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Published : Jul 19, 2021, 7:44 PM IST

Updated : Jul 20, 2021, 2:44 PM IST

जयपुर: पार्क में करंट लगने से हुई मासूम गौरव की मौत के मामले में परिजनों के आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि निगम की लापरवाही ने एक और परिवार को आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया. चित्रकूट थाना इलाके में अजमेर रोड के टैगोर नगर में हनुमान वाटिका में कार्यरत माली के 11 साल के बच्चे विशाल पर पिटबुल नस्ल के पालतू कुत्ते ने जानलेवा हमला किया.

गंभीर हालत में मासूम को अस्पताल ले जाया गया. मासूम का इलाज जारी है. स्थानीय लोगों ने डॉग मालिक के खिलाफ FIR दर्ज कराया है. दरअसल पिटबुल को कुत्तों की खूंखार नस्ल माना जाता है. इसे पालने पर कई देशों में प्रतिबंध भी है. इसके बावजूद कुत्ते के मालिक ने इसे पार्क में खुला छोड़ दिया. इस कुत्ते ने एक गरीब माली के 11 साल के बच्चे विशाल पर हमला कर उसे जगह-जगह काट लिया. बच्चे की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है.

लापरवाही का शिकार हुआ एक और मासूम

पढ़ें:राजस्थान में कुत्ता काटने से बच्चे की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने चित्रकूट थाने में भी शिकायत दर्ज कराई और कुत्ते मालिक पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. इसी क्षेत्र में रहने वाले निगम में कांग्रेस पार्षद दल के पूर्व मुख्य सचेतक गिर्राज खंडेलवाल ने कहा कि जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज दोनों संयुक्त रूप से पूरे शहर में सघन अभियान चलाकर, खूंखार नस्ल के कुत्तों को पालने पर रोक लगाए. इसके साथ ही शहर के सभी सार्वजनिक पार्क में पालतू कुत्ते घुमाने पर लगी रोक की सख्ती से पालना कराने के लिए पुलिस के सहयोग से अभियान चलाया जाए.

क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इससे पहले भी ये कुत्ता एक डॉक्टर को काट चुका है. पार्क में पालतू कुत्तों को घुमाने वाले दूसरे लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं और विरोध करने पर लड़ने को भी उतारू रहते हैं. ऐसे में सभी पार्क में निगम चौकीदार नियुक्त करे और नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए. क्षेत्रीय लोगों ने इसे निगम की भी लापरवाही बताते हुए निगम द्वारा पीड़ित बच्चे को चार लाख का मुआवजा देने और इलाज का खर्चा उठाने की भी मांग की है.

Last Updated : Jul 20, 2021, 2:44 PM IST

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