जयपुर. राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मियों की संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले नियमित करने की मांग को लेकर लगातार तीनों कैडर संघर्ष कर रहे हैं. शमशेर भालू खान ने इन्हें नियमित करने को लेकर दांडी यात्रा भी निकाली थी और सरकार से वार्ता करने के लिए दो बार इस यात्रा को स्थगित भी किया गया. लेकिन आश्वासन देने के बाद भी इनकी सरकार से कोई वार्ता नहीं हुई.
इसके बाद संघर्ष समिति के बैनर तले उन्होंने सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है. 2 दिन पहले इनकी सरकार से वार्ता भी हुई, लेकिन वह वार्ता पूरी तरह से विफल साबित हुई. संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से अधिकारियों पर वार्ता के दौरान सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया गया था.
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गहलोत सरकार की ओर से सुनवाई नहीं करने के कारण गुरुवार को बूंदी और चूरू से आए मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मियों ने राहुल गांधी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को खून से पत्र लिखकर नियमित करने की मांग की है. पत्र में लिखा गया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में पैराटीचर्स को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन ढाई साल से अधिक समय बीतने के बावजूद भी उन्हें नियमित नहीं किया जा रह.
सरकार ने हमें लेकर उदासीन रवैया अपनाया हुआ है. प्रियंका गांधी को लिखे पत्र में पैराटीचर्स से लिखा है कि आप में इंदिरा गांधी जैसी दृढ़ इच्छा दिखाई देती है. जिस तरह से आप उत्तर प्रदेश में संविदाकर्मियों को लेकर चिंतित है, उसी तरह से हमारी नियमित करने की मांग आप मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाएंगे.