जयपुर. राजधानी जयपुर में एक बार फिर पैंथर आबादी क्षेत्र में घुस गया. मालवीय नगर के सेक्टर 7 (Panther in Jaipur's Malviya Nagar Area) में एक मकान के अंदर पैंथर घुसने से हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों ने वन विभाग को पैंथर आने की सूचना दी.
सूचना मिलते ही वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची. पैंथर आबादी क्षेत्र में एक मकान से दूसरी मकान की छत पर दौड़ता रहा. वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज किया. पैंथर का रेस्क्यू होने के बाद वन विभाग और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली.
Panther in Jaipur Malviya Nagar Area पढ़ें:Road Accident in Chaksu : क्रेन से टकरा निजी बस हुई बेकाबू, दीवार तोड़ फार्महाउस में घुसी
पैंथर को रेस्क्यू करके नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में ले जाया गया है. जहां पर मेडिकल मुआयना करने के बाद पैंथर को वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा. रविवार सुबह मालवीय नगर के एक मकान में पैंथर के आने से दहशत का माहौल बन गया. पैंथर मकानों की छतों पर दौड़ता नजर आया. पैंथर की सूचना पर आसपास के लोग भी छतों पर चढ़कर वीडियो बनाने लग गए.
पढ़ें:Rape cases in Jaipur: कहीं शादी का झांसा देकर तो कहीं घर का काम कराने के बहाने बुलाकर दुष्कर्म
मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और पुलिस भी मौके पर पहुंची. लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की गई, ताकि पैंथर से जनहानि नहीं हो. पैंथर झालाना जंगल से भोजन—पानी की तलाश में जंगल से निकलकर आबादी क्षेत्रों की तरफ आ गया था. आशंका यह भी जताई जा रही है कि पैंथर किसी जानवर का शिकार करने की कोशिश में पीछा करते हुए आबादी क्षेत्र में आ गया. प्रथम दृष्टया पैंथर की पहचान झालाना जंगल में रहने वाले सुल्तान के रूप में की हुई है.
जयपुर के मालवीय नगर में घुसा पैंथर पढ़ें:Theft in advocate office: सफाईकर्मी ने एडवोकेट कार्यालय से पार किया सामान, ऑटो में भरकर फरार...वारदात सीसीटीवी में कैद
बता दें कि पहले भी कई बार जंगलों से निकलकर पैंथर आबादी क्षेत्रों में आ चुके हैं. कुछ दिन पहले ही पैंथर जयपुर के मोती डूंगरी इलाके में भी आ गया था, जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया था. इससे पहले जगतपुरा और जयपुर शहर के अन्य इलाकों में भी पैंथर आने के मामले सामने आ चुके हैं.
डीएफओ अजय चित्तौड़ा के निर्देशन में झालाना रेंजर जनेश्वर चौधरी और वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अशोक तंवर के नेतृत्व में असिस्टेंट फॉरेस्टर सुरेश सिंह चौधरी, राजेंद्र सिंह राठौड़ की टीम ने पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने में सफलता हासिल की है.