जयपुर. प्रदेश की पहली लेपर्ड सफारी 'झालाना लेपर्ड सफारी' से अच्छी खबर सामने आई है. झालाना लेपर्ड सफारी को पहचान दिलाने वाली मादा पैंथर फ्लोरा फ्लोरा चौथी बार मां बन गई है. बुधवार को फ्लोरा को उसके तीन नवजात शावकों के साथ देखा गया है.
मादा पैंथर फ्लोरा फ्लोरा चौथी बार बनी मां स्टेट वाइल्डलाइफ बोर्ड के सदस्य धीरेंद्र गोदा ने बताया कि, फ्लोरा चौथी बार मां बनी है. पिछले कुछ दिनों से फ्लोरा की साइटिंग तो हो रही थी, लेकिन वह एक पैर से लंगड़ा कर चल रही थी. आज जब उसे तील नवजात शावकों के साथ देखा गया, तो वन विभाग ने फ्लोरा की मॉनिटरिंग और बढ़ा दी है. वन विभाग की ओर से फ्लोरा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.
पढ़ें.सुन लो सरकार! पहले जमीन, फिर थर्मल प्लांट की नौकरी छिनी, बेमियादी धरने पर बैठे 70 सुरक्षाकर्मी
फ्लोरा के शावक होने की खबर मिलते के बाद से वन विभाग और वन्यजीव प्रेमियों में खुशी का माहौल है. फ्लोरा के साथ घूम रहे उसके शावक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लेपर्ड सफारी में घूमने आने वाले पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों ने नन्हे-नन्हे शावकों को अपनी मां फ्लोरा के साथ अठखेलियां करते हुए देखा तो सभी ने ये दृश्य अपने-अपने कैमरों में कैद लिया.
बता दें कि, शहर के बीचों-बीच बनी झालाना लेपर्ड सफारी देश विदेश में प्रसिद्ध है. यहां देशी-विदेशी सैलानी और शोधार्थी भी अध्ययन के लिए आते हैं. झालाना लेपर्ड सफारी में अब पैंथरो की संख्या 30 से ज्यादा हो गई है.