जयपुर. भाजपा पर कल बुधवार को विधानसभा में अपनी पूरी बात नहीं रख पाए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Rajasthan Transport Minister) ने आज गुरुवार को भाजपा पर सदन के बाहर जमकर जुबानी हमला किया. विधानसभा में बुधवार को मंत्री प्रताप सिंह और गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) में ही ज्यादा बहस हुई थी तो ऐसे में आज खाचरियावास के निशाने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ही रहे.
मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया तो महाराणा प्रताप के खिलाफ बोल गए थे, मैं तो सिर्फ प्रताप हूं तो वह मुझे कैसे छोड़ेंगे. प्रताप सिंह ने कहा कि कटारिया को प्रताप नाम से ही चिढ़ हो गई है. मैं उदयपुर का प्रभारी हूं, उन्हें मुझसे नहीं मेरे नाम से चिढ़ है, क्योंकि इसमें प्रताप नाम आता है.
खाचरियावास ने साधा भाजपा पर निशाना... वहीं, विधानसभा में अपने पहनावे को लेकर चर्चा में प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मैं आजाद देश में रहता हूं. शर्ट पहनूं या टी-शर्ट यह मैं तय करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं जैसे विधानसभा में रहता हूं वैसे ही चुनाव में भी रहता हूं, लेकिन मेरे पहनावे को लेकर वह आरएसएस (RSS) के लोग बात कर रहे हैं जो पूरे देश में निक्कर पहन कर घूमते हैं.
राजस्थान भाजपा से लेकर प्रधानमंत्री तक पर दिखाई मंत्री प्रताप सिंह ने नाराजगी...
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज राजस्थान भाजपा के नेताओं को लेकर कहा कि सदन में बुधवार को उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का चेहरा सामने आ गया. उन्होंने कहा कि वह मेरा अपमान तो कर सकते हैं, लेकिन सदन का मिसयूज नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि कल हंगामा भारतीय जनता पार्टी की ओर से इसलिए हुआ, क्योंकि मैंने महात्मा गांधी के कहे अनुसार उन्हें सच बोलने को कहा था. वहीं, केंद्र की मोदी सरकार पर भी बरसते हुए मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे अब भाजपा के नेता फिर से चुनावी वादे करते दिखाई देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ बोलने में माहिर है और चुनाव नजदीक आते ही फिर से भाजपा नेता झूठ बोलना शुरू करेंगे.
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राजस्थान की तुलना तालिबान से करने वाले अलवर सांसद संन्यासी होकर झूठ बोल रहे हैं...
अलवर सांसद बाबा बालक नाथ ने राजस्थान में तालिबान जैसे हालात होने की बात कहते हुए कहा कि राजस्थान में हिन्दू कई जगह पलायन करने को मजबूर हैं. इस पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अलवर सांसद संन्यासी हैं, उसके बावजूद भी वह झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर अलवर के किसी क्षेत्र में ऐसे हालात हैं तो वह क्या इसे लेकर मुख्यमंत्री से मिले या फिर इसकी शिकायत उन्होंने कभी प्रधानमंत्री या किसी केंद्रीय मंत्री से की. उन्होंने कहा कि तालिबान से राजस्थान की तुलना करने वाले बाबा संन्यासी होकर झूठ बोल रहे हैं.
राजस्थान में FIR ज्यादा, इसलिए संख्या ज्यादा लेकिन 70 फीसदी मामले झूठे...
एनसीआरबी की रिपोर्ट (NCRB Report) में राजस्थान देश में दुष्कर्म के मामलों में नंबर एक आया है. ऐसे में राजस्थान की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए, लेकिन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान देश में वह पहला राज्य है जहां एफआईआर दर्ज करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि महिलाओं और दलितों की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही थी, जिसके चलते मुख्यमंत्री ने डायरेक्शन दिए कि अगर कोई थाना अधिकारी रिपोर्ट नहीं लिखता है तो एसपी रिपोर्ट दर्ज करेगा. यही कारण है कि हर मामले की रिपोर्ट दर्ज होती है. लेकिन दर्ज होने वाली दुष्कर्म की रिपोर्ट में से 70 फीसदी मामले झूठे निकले हैं. लेकिन क्योंकि राजस्थान में FIR ज्यादा दर्ज की जाती है तो संख्या भी ज्यादा दिखाई देती है, लेकिन राजस्थान की कानून-व्यवस्था यूपी, बिहार, हरियाणा से 100 गुना बेहतर है.
जिस दिल्ली-हाईवे का काम पूरा नहीं हुआ, उस पर टोल की बढ़ी दरें वापस लें नितिन गडकरी...
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आज राजस्थान के दौरे पर रहे. गडकरी के दौरे को लेकर राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि साढ़े 6 साल पहले जब नितिन गडकरी हेलीकॉप्टर में सवार होकर राजस्थान आए थे तो उन्होंने वादा किया था कि दिल्ली-जयपुर हाईवे उनकी प्राथमिकता में है और वह इसे पूरा करवाएंगे. लेकिन आज तक दिल्ली-जयपुर हाईवे का काम पूरा नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि एक तो हाईवे पूरा नहीं बना, दूसरा कंपनी ने टोल की दरें बढ़ा दी है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ब्लैक लिस्ट हुई कंपनी की बढ़ाई गई टोल दरें वापस लेनी चाहिए. क्योंकि अगर सड़क खराब है तो कंपनी को टोल लेने का अधिकार ही नहीं है. खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान सरकार ने घायलों को बचाने के लिए बजट में घोषणा की थी कि अगर कोई किसी घायल को अस्पताल लेकर जाता है तो उसे 5000 इनाम के तौर पर दिए जाएंगे.
सड़क दुर्घटना रोकने के लिए राजस्थान की सरकार तो काम कर रही है, लेकिन यह जिम्मेदारी केंद्र सरकार की भी है. ऐसे में केंद्र नेशनल हाईवे की स्थिति सुधारे, ताकि राजस्थान में हो रहे एक्सीडेंट को रोका जा सके. क्योंकि राजस्थान में जो नेशनल हाईवे गुजर रहे हैं, वहां देश की सबसे ज्यादा 37 फीसदी दुर्घटनाएं होती हैं. ऐसे में इन हाईवे को सुधार कर केंद्र सरकार राजस्थान की सड़क दुर्घटना रोकने में सहायता करे.