जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को शून्यकाल में विधायक भरत सिंह और बाबूलाल झाडोल ने ध्यानाकर्षण के जरिए अपने क्षेत्र की ज्वलंत मुद्दे उठाए. भरत सिंह ने जहां मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र का मामला उठाया तो ही विधायक बाबूलाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में वन भूमि पर आ रहे गांव में सड़क व अन्य सुविधाओं को लेकर मामला उठाया और मंत्री का ध्यान आकर्षित किया.
पढ़ें:बोर्ड परीक्षा नजदीक लेकिन 1.25 लाख विद्यार्थियों को अब तक किताबें नहीं मिल पाई है: वासुदेव देवनानी
भरत सिंह ने मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों की मौत से जुड़ा मामला उठाया और कहा कि मुकुंदरा में बाघ मरें तो क्या यहां कोई सरिस्का की तरह साइंटिस्ट आया. जब सरिस्का में टाइगर का शिकार हुआ तो देहरादून से वहां साइंटिस्ट को बुलाया गया. लेकिन यहां पर क्यों नहीं बुलाया. भरत सिंह ने सवाल किया कि टाइगर रिजर्व में 1 कर्मचारियों की भर्ती हुई लेकिन उन्हें हटा दिया गया. ऐसे में सुधार के लिए प्रदेश सरकार ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया. विधायक ने कहा कि कोटा में नया बायोलॉजिकल पार्क कब तक बनेगा. नया बायोलॉजिकल पार्क नहीं होने के चलते कोटा के लोगों को वन्यजीवों को देखने के लिए कोटा से बाहर जाना पड़ता है.