जयपुर. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अब राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुला लिया है. अगर विधानसभा में कोई बहुमत को चुनौती देगा तो सच्चाई सामने आ जाएगी. बागी विधायकों को लेकर उन्होंने कहा कि उनके पास अभी भी वक्त है, अगर वो राजस्थान के मान-सम्मान और बलिदान को समझते हैं तो वापस लौटेंगे और कांग्रेस का साथ देंगे.
खाचरियावास ने कहा कि अगर विधायक वापस नहीं लौटते हैं तो उन्हें खुद की विधानसभा में ही जनता का विरोध झेलना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जो लोग गए हैं वो अपनी गलती मानकर वापस लौटेंगे तो उन्हें फायदा होगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को लेकर उन्होंने कहा कि वह 1 दिन में तीन बार बयान बदलते हैं.
'स्पीकर नोटिस लेगें या नहीं ये उनकी इच्छा' पढ़ें-HC ने विधानसभा स्पीकर और सचिव सहित बागी विधायकों को भेजा नोटिस
प्रताप सिंह ने कहा कि पूनिया और राठौड़ जिस तरीके की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, उससे लगता है कि वे कांग्रेस के बागियों का पक्ष रखने के लिए विधानसभा को कमजोर करने के लिए कांस्टीट्यूशनल बॉडी के विधायक होने के बावजूद विधानसभा से ज्यादा कोर्ट को पॉपुलर बनाने की बात करते हैं.
इस सियासी संग्राम के बीच अब हर किसी की नजर बसपा के विधायकों पर टिकी हुई है कि उनका आगे का एक्शन क्या होगा. बसपा विधायकों के दल-बदल के मामले में गुरुवार को हाईकोर्ट ने विधानसभा स्पीकर, विधानसभा सचिव और बसपा के सभी 6 विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है. विधायकों को इस नोटिस का 11 अगस्त तक जवाब देना है.
'स्पीकर नोटिस लेंगे या नहीं, ये उनपर निर्भर करता है'
इस मामले पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को दिया गया है, वह नोटिस लेना है या नहीं यह विधानसभा स्पीकर पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि आज बगावती तेवर दिखाने वाले पिछली सरकार में स्पीकर रहे दीपेंद्र सिंह शेखावत ने खुद गहलोत सरकार के पिछले शासनकाल में स्पीकर रहते हुए बसपा विधायकों को लेकर जारी हुए नोटिस को नहीं लिया था.