जयपुर. जेडीए के लैण्ड बैंक को भूमि की गुणवत्ता के आधार पर तीन श्रेणियों में बैठाकर नई योजनाएं (JDA Land Bank Project) विकसित की जाएंगी. इसे लेकर जेडीसी ने सभी जोन उपायुक्तों की ओर से चिह्नित की गई जमीनों का विधिक परीक्षण करवाते हुए प्लानिंग शाखा को भिजवाए जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही जिन जमीनों पर किसी तरह की विधिक बाधा नहीं है उन पर जल्द नई योजनायें सृजित करने और नीलामी योग्य भूखण्डों को नीलामी में रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही अतिक्रमण मुक्त करवाई गई भूमि पर दोबारा अतिक्रमण होने पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी.
जेडीए के लैण्ड बैंक को और ज्यादा सुदृढ करने के लिए सभी जोन उपायुक्तों की ओर से अपने-अपने जोन क्षेत्र में उपलब्ध जमीन का चिह्निकरण कर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी. इस पर जेडीसी ने समस्त जोन उपायुक्तों को निर्देश दिये कि वो खुद ही अपने-अपने जोन में चिह्नित जमीन की विजिट कर प्लानिंग करें. जेडीसी ने सेक्टर रोड की 154 हैक्टेयर भूमि की प्लानिंग करने के लिए संबंधित जोन उपायुक्तों को निर्देश दिए. साथ ही सभी जोन उपायुक्तों की ओर से चिह्नित की गई जमीन का विधिक परीक्षण करवाते हुए प्लानिंग शाखा को भिजवाए जाने के निर्देश दिए. वहीं जिन जमीनों पर किसी तरह की विधिक बाधा नहीं है. ऐसी भूमियों पर शीघ्र नवीन योजनाएं सृजित करने और नीलामी योग्य भूखण्डों को नीलामी में रखने के निर्देश दिए.