जयपुर. प्रदेश में 31 मार्च तक कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन है. जिसके चलते जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, नगर निगम, चिकित्सा विभाग, कृषि मार्केटिंग बोर्ड अधिकारियों, अनाज , दाल, तेल, किराना अन्य आवश्यक वस्तु से जुड़े हुए व्यपारी संगठनों, एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ बैठकर फीडबैक लिया और आवश्यक निर्देश दिए. कलेक्टर जोगाराम ने व्यपारियों से कहा कि है कि लॉकडाउन के दौरान आटा, दाल, तेल एवं खाद्य से जुड़ी वस्तुओं की दुकानों, एवं इन वस्तुओं का पालन करने वाली मीलों और अन्य फैक्ट्रियों पर लॉकडाउन के दौरान रोक नहीं है. इन व्यापार से जुड़े बाहर से आने वाले एवं शहर में वाणिज्यिक वाहनों एवं लोडिंग गाड़ियों को परमिट जारी किया जा रहा है.
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किराना व्यापारियों से दुकानें खोलने का आग्रह
उन्होंने किराना व्यापारियों के संगठन से सभी दुकानें खोलने का आग्रह किया. शहर में 7 हजार से ज्यादा किराने की दुकान हैं. पुलिस को भी इन दुकानों, मीलों आदि को खुला रखने के निर्देश दिए जा चुके हैं, हालाकि धारा 144 के संशोधित आदेश की पालना करना और वायरस संक्रमण रोकने के उपाय करने होंगे. आटा मिल व्यापारियों को गेहूं और पैकेजिंग सामग्री की व्यवस्था की मांग पर जिला कलेक्टर ने कहा कि अनाज मंडियों को खोले जाने पर कोई रोक नहीं है.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में व्यापारी कहीं से भी गेहूं खरीद सकते हैं. 1 अप्रैल से नया गेहूं मंडियों में आने तक एफसीआई को समर्थन मूल्य पर गेहूं देने के लिए पत्र लिखा जा रहा है.
दूध की आपूर्ति रहेगी सुचारू
जिला कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि जिले में दूध आपूर्ति सुचारू रहेगी. लॉकडाउन के दौरान शहर की करीब 3500 दूध आपूर्ति दुकान एवं 700 बूथ खुले रहेंगे. दूध संग्रह व दूध आपूर्ति के संबंध में चार अधिकारियों की टीम लगाई गई हैं, जो रोजाना 12 घंटे निगरानी रख रहे हैं, अभी करीब 400 गाड़ियों में दूध की आपूर्ति की जा रही है. उनको निर्धारित प्रक्रिया में सैनिटाइज कराया जा रहा है, ज्यादा वसूली की शिकायतों पर जल्द एक्शन भी लिया जाएगा.